डोभाल के नेतृत्व वाला भारतीय प्रतिनिधिमंडल के पाकिस्तान के नक्शे का जोरदार विरोध किया। अजीत डोभाल की सख्ती और रूस की झाड़ के बाद इस्लामाबाद के होश ठिकाने आ गए। पाकिस्तान ने किया था नया नक्शा जारी
अगस्त के महीने में ही पाकिस्तान ने एक नया नक्शा जारी किया था। इस नक्शे में पूरे जम्मू-कश्मीर को पाकिस्तान का हिस्सा बताया गया था। इसी नक्शे को एससीओ की बैठक में पाकिस्तान के प्रतिनिधि के पीछे प्रयोग किया गया था।
पाकिस्तान के काल्पनिक नक्शे के इस्तेमाल और उसके बाद भारत के एनएसए की ओर से कड़ी प्रतिक्रिया के बाद रूस ने भी सख्त रुख अपनाया। रूस ने भी पाकिस्तान के इस रवैये को लेकर उसे झाड़ लगाई।
आपको बता दें कि ये वही नक्शा है जिसे पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने संसद में पास करा लिया था और इमरान खान ने ये भी कहा था कि इस नक्शे को उनके देश के लोगों और राजनीतिक पार्टियों ने समर्थन देकर पास कराया है। इस नक्शे में पाकिस्तान ने लद्दाख को भी पाकिस्तान का हिस्सा बताया है।
बहरहाल सवाल ये उठता है कि पाकिस्तान ने अपने इस काल्पनिक नक्शे को आखिर एससीओ की बैठक के दौरान क्यों इस्तेमाल किया।