केंद्रीय मंत्री ने कहा कि आजादी से पहले भारत में छह नदियां थीं विभाजन की शर्तों के अनुसार, इनमें से तीन नदियों का पानी पाकिस्तान और तीन का भारत के लिए आरक्षित था, लेकिन भारत के हिस्से का भी पानी भारत में बह रहा है। गडकरी ने कहा कि 1970 के बाद पहली बार जम्मू—कश्मीर के पूर्व राज्यपाल सत्य पाल मलिक और पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से संधि पर हस्ताक्षर करने के लिए कहा गया।
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केंद्र सरकार का फोकस अब पाकिस्तान में भारत का पानी बहने से रोकने पर है। यह पानी अबKashmir, Punjab, Rajasthan, Delhi, Uttarakhand and Himachal Pradesh को मिल सकेगा। उन्होंने कहा कि 1970 के बाद यह साहस केवल मोदी सरकार ने ही दिखाया है।
केंद्रीय मंत्री यहीं नहीं रुके, उन्होंने आगे कहा कि नदियों के पानी के विभाजन से जुड़े 9 में से 7 परियोजनाएं राज्यों के मुख्यमंत्रियों द्वारा मामले को सुलझाने के लिए कदम बढ़ा दिए गए हैं।