आतंकी के शव को घसीटने पर हुआ विवाद
आतंकी के शव को घसीटने को लेकर सेना पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं। कश्मीर के मानवाधिकार संगठनों ने इस पर आपत्ति जताई है और इसे बर्बरतापूर्ण करार दिया है। ट्विटर पर जम्मू-कश्मीर में मानवाधिकार कार्यकर्ता खुर्रम परवेज ने इस फोटो को ट्वीट करते हुए इंडियन आर्मी का बर्बरतापूर्वक कदम बताया है। इसके अलावा सामाजिक कार्यकर्ता कविता कृष्णन ने इस फोटो में माइक लेकर नजर आ रहे पत्रकार के बारे में सवाल किया है।
कपिल मिश्रा ने सेना की कार्रवाई पर जताई खुशी
सेना की इस कार्रवाई को लेकर भले ही कुछ लोग विवाद खड़ा कर रहे हों, लेकिन कई जगह सेना के इस कदम की तारीफ भी हो रही है। सेना की इस कार्रवाई को लोग सही ठहरा रहे हैं कह रहे हैं कि आतंकियों के साथ ऐसा ही हश्र होना चाहिए। आम आदमी पार्टी के बागी नेता और विधायक कपिल मिश्रा ने कविता कृष्णन के ट्वीट का जवाब देते हुए कहा है कि ये कोई कश्मीरी नहीं, बल्कि पाकिस्तानी है, ये कोई इंसान नहीं है बल्कि आतंकी है, ये शव नहीं है बल्कि वास्तविक बम है। कपिल मिश्रा ने सेना की इस कार्रवाई पर खुशी जताई है।
सेना के रिटायर्ड जनरल ने भी सेना का किया बचाव
वहीं एक पर डिबेट शो के दौरान सेना के रिटायर ब्रिगेडियर अनिल गुप्ता ने भी इस फोटो को लेकर सेना का बचाव किया है। उन्होंने कहा है कि अक्सर एनकाउंटर के दौरान आतंकी अपने शरीर पर ऐसे बम बांधकर लाते हैं कि अगर वो मारे जाएं तो उन्हें छूते ही वो बम फट जाते हैं। ऐसे में एहतियात बरतने की आवश्यकता होती है।
घाटी में मारे गए थे 8 आतंकी
आपको बता दें कि बुधवार को सीआरपीएफ के एक जवान और फॉरेस्ट गार्ड पर आतंकियों ने हमला कर दिया था। आतंकी हमला करके ककरियाल के जंगलों में फरार हो गए थे। सेना द्वारा चलाए सर्च ऑपरेशन में गुरुवार को 3 आतंकी मारे गए। बुधवार को घाटी में तीन अलग-अलग ऑपरेशन में सेना ने 8 आतंकियों को मौत के घाट उतार दिया।