वहीं, कोरोना वायरस ( Coronavirus ) और ‘अम्फान’ तूफान दो-दो मोर्चों पर कर रही राष्ट्रीय आपदा अनुक्रिया बल ( NDRF ) ने अपनी टीमों की संख्या 20 से बढ़ाकर 37 कर ली हैं।
NDRF के डायरेक्टर SN प्रधान ने जानकारी देते हुए बताया कि सभी उपकरणों से लैस हमारी टीमें किसी भी स्थिति का सामना करने को तैयार हैं।
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SN प्रधान ने कहा कि इस ऑपरेशन के लिए 17 टीमों को लगाया गया था। एक टीम में करीब 45 लोग होते हैं।
वेस्ट बंगाल के 7 जिलों और ओडिशा के 6 जिलों में इन टीमों को तैनात किया गया था।
उन्होंने कहा कि अब चूंकि कोरोना वायरस और ‘अम्फान’ की वजह से दो-दो मोर्चों पर काम करना पड़ रहा है। इसलिए टीमों की संख्या को बढ़ाया गया है।
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क्या है येलो अलर्ट
आपको बता दें कि येलो अलर्ट का मतलब है कि लोगों और अधिकारियों को सतर्क रहना होगा, क्योंकि राज्य में भारी बारिश की उम्मीद की जा रही है।
सोमवार को येलो अलर्ट प्रदेश की राजधानी तिरुवनंतपुरम जिले को छोड़कर अन्य सभी जिलों में लागू कर दिया गया है।
वहीं मंगलवार के लिए नौ जिलों में येलो अलर्ट घोषित किया गया है। आईएमडी ने 24 घंटों में 64.5 मि. मी. से 115.5 मि. मी. बारिश की भविष्यवाणी की है।
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मछुआरों को चेतावनी दी गई है कि वे समुद्र में न जाएं। SDMA ने भूस्खलन ( Landslide ) की संभावना वाले क्षेत्रों और नदी के किनारे व तटीय क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने के लिए कहा है।
SDMA ने तेज रोशनी व गर्जना के अलावा 45 से 55 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार तक चलने वाली हवाओं की चेतावनी दी है। यह चेतावनी 22 मई तक प्रभावी रहेगी।