पार्टी सूत्रों के अनुसार, नामांकन प्रक्रिया शुरू होने के बाद पशुपति कुमार पारस अपना नामांकन भरेंगे। शाम लगभग 3 बजे राष्ट्रीय अध्यक्ष के नाम की घोषणा की जा सकती है। हालांकि, बैठक और राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव की पूरी प्रक्रिया पटना स्थित पार्टी दफ्तर के बजाय लोक जनशक्ति पार्टी के कार्यकारी अध्यक्ष और राष्ट्रीय अध्यक्ष के चुनाव प्रभारी सूरजभान सिंह के कंकड़बाग स्थित आवास पर होगी। वहीं, चुनावी प्रक्रियाएं पार्टी कार्यालय के बजाय किसी के घर आयोजित होने पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं।
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वैसे, पार्टी ने इसको लेकर दलील भी दी है। मगर कुछ नेताओं का कहना है कि आमतौर पर पार्टी का संगठनात्मक चुनाव पार्टी कार्यालय में होता है, किसी के निजी आवास पर नहीं। इस पर पार्टी की ओर से सफाई देते हुए कहा गया है कि अभी कोरोना महामारी चल रही है। ऐसे में पार्टी कार्यकर्ताओं की भीड़ एकत्रित नहीं हो, इसके लिए चुनाव की प्रक्रिया अलग जगह आयोजित की जा रही है। यदि यह प्रक्रिया कार्यालय में आयोजित करते तो प्रदेशभर से कार्यकर्ता यहां आ जाते, जिससे संक्रमण का खतरा एक बार फिर बढ़ जाता। हालांकि, यह दलील ज्यादातर नेताओं के गले नहीं उतर रही।
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बहरहाल, राजनीतिक विशेषज्ञों की मानें तो लोक जनशक्ति पार्टी में जब से फूट हुई है और विवाद बढ़ा है, तब से ही पार्टी चाचा यानी पशुपति कुमार पारस और भतीजे चिराग पासवान के बीच बंट गई है। दोनों ही गुट के कार्यकर्ता इन दिनों आक्रामक मुद्रा में हैं। ऐसे में पार्टी किसी और विवाद में नहीं फंसना चाहती। संभवत: इसी वजह से राष्ट्रीय अध्यक्ष पद के लिए चुनाव प्रकिया पार्टी कार्यालय की जगह सूरजभान के घर आयोजित हो रही है।