एसोसिएट जर्नल्स लिमिटेड (एजेएल) कंपनी के पास नेशनल हेराल्ड अखबार का स्वामित्व है। इस पर ९० करोड़ रुपए की देनदारी थी, जिसे 26 फरवरी 2011 को कांग्रेस ने अपने जिम्मे ले लिया। यानी पार्टी ने कंपनी को 90 करोड़ रुपए का लोन दिया। इसके बाद सोनिया गांधी , राहुल गांधी की 38-38 फीसदी हिस्सेदारी वाली 5 लाख रुपए से यंग इंडियन कंपनी बनाई गई। बाकी की 24 फीसदी हिस्सेदारी कांग्रेस नेता मोतीलाल वोरा और ऑस्कर फर्नांडीज के पास है।
इसके बाद एजेएल ने 10-10 रुपए के नौ करोड़ शेयर ‘यंग इंडियन’ को दे दिए। इसके बदले में यंग इंडियन को कांग्रेस का लोन चुकाना था। 9 करोड़ शेयर के साथ यंग इंडियन को इस कंपनी के 99 फीसदी शेयर मिल गए। इसके बाद कांग्रेस पार्टी ने 90 करोड़ का लोन भी माफ कर दिया। यानी ‘यंग इंडियन’ को मुफ्त में टीएजेएल का स्वामित्व मिल गया। बीजेपी के राज्यसभा सांसद सुब्रमण्यन स्वामी का आरोप है कि यह सब कुछ दिल्ली में बहादुर शाह जफर मार्ग पर स्थित हेराल्ड हाउस की 16 सौ करोड़ रुपए की ईमारत पर कब्जा करने के लिए किया गया।