मनी लॉन्ड्रिंग केस: 12वीं बार पूछताछ के लिए ED दफ्तर पहुंचे रॉबर्ट वाड्रा
विदेश जाने से पहले रॉबर्ट वाड्रा पूछताछ के लिए ईडी दफ्तर पहुंचे
अभी तक 70 घंटे से ज्यादा देर तक हो चुकी है उनसे पूछताछ
CBI की विशेष अदालत से वाड्रा को है विदेश जाने की इजाजत
मनी लॉन्ड्रिंग केस: 12वीं बार पूछताछ के लिए ED दफ्तर पहुंचे रॉबर्ट वाड्रा
नई दिल्ली। ईलाज के लिए विदेश जाने से पहले कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा मनी लॉन्ड्रिंग और बेनामी संपत्ति मामले में पूछताछ के लिए मंगलवार को एक बार फिर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के दफ्तर पहुंचे। इस मामले में ईडी के अधिकारियों की टीम उनसे पूछताछ कर रही है। जानकारी के मुताबिक अभी तक रॉबर्ट वाड्रा ईडी दफ्तर में ही हैं।
वाड्रा बोले, अदालत पर है भरोसा चार दिन पहले भी ईडी के अधिकारियों ने उन्हें तलब किया था। वाड्रा को गुरुवार के दिन सुबह साढ़े दस बजे ईडी दफ्तर बुलाया गया था। वह तय समय पर वहां पहुंच गए। 30 मई को उनके साथ पत्नी प्रियंका गांधी भी मौजूद थीं। 30 मई को ED दफ्तर जाने से पहले वाड्रा ने फेसबुक पर एक पोस्ट लिखा था। अपने पोस्ट में उन्होंने कहा था कि मैंने देश की न्यायपालिका में अपना विश्वास बनाए रखा है। मैंने सभी सरकारी एजेंसियों के सभी आदेशों का पालन किया है। अब तक मैं 11 ईडी के सामने पेश हो चुका हूं। 70 घंटे से अधिक की पूछताछ में सहयोग दिया है।
वाड्रा के विदेश जाने पर नहीं है रोक सोमवार को रॉबर्ट वाड्रा की ओर से दिल्ली सीबीआई की विशेष अदालत में दायर याचिका पर सुनवाई हुई। सीबीआई अदालत ने सुनवाई के बाद रॉबर्ट वाड्रा को इलाज कराने के लिए विदेश जाने की इजाजत दे दी थी। अदालत ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि उनके विदेश जाने पर लगी रोक को 6 सप्ताह तक निलंबित रखा जाए।
आंध्र प्रदेशः विजय साईं की चेतावनी, चोरों को नहीं बख्शेंगे जगन मोहन रेड्डी लंदन जाने का अनुरोध लिया वापस दिल्ली सीबीआई की अदालत के आदेश के मुताबिक वाड्रा को लंदन जाने की इजाजत नहीं मिली है। वाड्रा को केवल अमरीका और नीदरलैंड जाने की इजाजत दी है। अदालत के इस रुख के बाद वाड्रा ने लंदन जाने के लिए दायर अनुरोध को वापस ले लिया।
BJP-JDU में गतिरोध से RJD को मिल गया चुनावी सदमे से उबरने का मौका?ED को है इस बात की आशंका एक दिन पहले सीबीआई अदालत में सुनवाई के ED ने उनकी अर्जी का विरोध करते हुए कहा था कि वो विदेश में जमा कालेधन को ठिकाने लगाने के लिए जा रहे हैं। विदेश जाने के लिए वाड्रा इलाज का बहाना बना रहे हैं। ईडी ने वाड्रा की इस याचिका का विरोध करते हुए इस बात की भी आशंका जताई कि वह देश छोड़कर भाग सकते हैं। ईडी ने कोर्ट को बताया कि वाड्रा के खिलाफ जांच अंतिम चरण में है। उन्हें हिरासत में लेकर पूछताछ करने की जरूरत पड़ेगी।
वाड्रा पर ईडी का आरोप दरअसल, रॉबर्ट वाड्रा राजस्थान के बीकानेर जिले के कोलायात में गैर कानूनी तरीके से संपन्न एक लैंड डील में आरोपी हैं। इस लैंड डील में कथित रूप से कमीशन की बातें उभरकर सामने आई। इस डील में रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काई लाइट हॉस्पिटेलिटी ने पहले जमीन खरीदी थी और फिर सात गुना अधिक दामों में दिल्ली स्थित एलेजेनी फिनलीज प्राइवेट लिमिटेड को बेच दी थी। इसका तार एक कंपनी ‘भूषण पावर’ से भी जुड़े बताए जा रहे हैं, जिसने 2011-12 में एलेजेनी फिनलीज प्राइवेट लिमिटेड को 5.64 करोड़ का लोन दिया था। आरोप है कि इसी लोन के पैसे से बीकानेर में स्थित वो जमीन खरीदी गई थी।