सरकार की ओर से की जा रही इस तरह की तैयारियां एक अच्छा संकेत हैं क्योंकि तेजी से बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए अब कोरोना वैक्सीन के आने और उसके सुव्यवस्थित प्रबंधन से ही इस महामारी को मात दी जा सकेगी।
अनलॉक-3 में सरकार लेने जा रही है बड़ा फैसला, नए नियमों के साथ खुलेंगे सिनेमाघर भारत सरकार ने निर्देशों के मुताबिक कोरोना वैक्सीन के परीक्षणों के बाद इसके आगे की रणनीति में चर्चाएं शुरू कर दी गई हैं। वैक्सीन तैयार हो जाने पर इसका स्टोर कैसे होगा और इसके इस्तेमाल की क्या प्रक्रिया रहेगी इसको लेकर तेजी से काम किया जा रहा है।
सूत्रों के मुताबिक इस संबंध में कई मंत्रालयों के अधिकरियों के साथ-साथ संबंधित विभाग के बीच चर्चाओं का दौर चल रहा है। दरअसल कोरोना प्रबंधन टीम को उम्मीद है कि वर्ष 2021 तक वैक्सीन का निर्माण संभव हो जाएगा, ऐसे में इसके आगे की तैयारी समय रहते कर ली जाएगी तो इसके इस्तेमाल और उपलब्ध को आसान बनाया जा सकेगा।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक पहले टीके के लिए जमीन तैयार करने पर कम से कम दो बैठकें हुई हैं। वहीं आने वाले कुछ हफ्तों में कुछ और बैठकें भी आयोजित की जानी हैं। फिलहाल 9 वैक्सीन पर है नजर
कोरोना संबंधित विभागों के अधिकारियों की नजर इस वक्त 9 अलग-अलग वैक्सीन पर है। इनमें सबसे पहले उन दो वैक्सीन पर नजर है जो चीन की ओर से तैयार की जा रही हैं। इनमें से सबसे ज्यादा उम्मीद ऑक्सफोर्ड एस्ट्राजेनेका के वैक्सीन को लेकर जताई जा रही है।
दरअसल इस वैक्सीन को पुणे स्थित अदार पूनावाला के नेतृत्व वाले सीरम संस्था ने भारत में निर्माण करने के लिए एस्ट्राजेनेका के साथ हिस्सेदारी की है। आपको बता दें कि अदार पूनावाला की सीरम संस्था की ओर से तैयार की जा रही वैक्सीन का ह्यूमन ट्रायल अगले महीने शुरू होना है।
कोरोना संकट के बीच अन्या राज्यों के श्रद्धालुओं के लिए शुरू हुई चारधाम यात्रा, बस पूरी करनी होगी ये शर्त कोरोना संबंधित विभागों के अधिकारियों की कोशिश है कि वैक्सीन आने से पहले आगे की रणनीति पर ठीक तरीके से काम हो जाए ताकि वैक्सीन आने के बाद किसी भी तरह की परेशानी सामने ना आए। ऐसे में वैक्सीन का सही स्टोरेज बड़ी जिम्मेदारी है साथ ही इसका देश के दूरदराज इलाकों में वितरण को लेकर भी तैयारी की जरूरत है।