मजदूर के मौत की इस खबर के बाद हर तरफ से सवाल उठ रहे हैं। दरअसल सोमवार को ट्रेन जब सतना रेलवे स्टेशन पर रुकी तो हड़कंप मच गया। ट्रेन से मजदूर के शव को उतारने के लिए भी कोई तैयार नहीं था।
कोरोना संकट के बीच पांचवी बार देश को संबोधित करेंगे पीएम मोदी, इन छूट के साथ करेंगे लॉकडाउन4 का ऐलान! सतना रेलवे स्ट्रेशन से ट्रेन छूटने के बाद उसे पश्चिम मध्य रेलवे के मझगंवा स्टेशन पर रोका गया। जहां जीआरपी, आरपीएफ, जिला पुलिस बल और चिकित्सा दल की मौजूदगी में शव को ट्रेन से उतारा गया।
ट्रेन में मजदूर की मौत से हजारों मजदूरों में दहशत का माहौल था। दरअसल एक तरफ कोरोना का संकट और दूसरी मजूदर की ट्रेन में मौत जैसे हालातों ने कई सवाल खड़े कर दिए।
पुलिस कोरोना संक्रमण के डर से ट्रेन की बोगी में प्रवेश नहीं कर रही थी। मीडिया में जो तस्वीरें सामने आई हैं, उसमें साफ दिख रहा है कि दूसरे मजदूर ही अपने साथी का शव उतार रहे हैं और पुलिस प्लेटफॉर्म पर खड़ी होकर देख रही है।
ट्रेन कई घंटों तक ऐसे ही मझगांव स्टेशन पर खड़ी रही। लेकिन किसी ने आगे आकर इस शव उठाने की कोशिश नहीं की। दरअसल हर किसी को इस बात का डर था जो भी शव के पास जाएगा उसके संक्रमित होने की संभावना बढ़ जाएगी।
यात्री ट्रेनों के संचालन को लेकर मचा बवाल, कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने शुरू किया विरोध बताया जा रहा है कि यात्री की मौत सतना रेलवे स्टेशन पर ही हो गई थी बावजूद रेलवे कर्मियों ने ट्रेन को रवाना कर दिया। स्टेशन प्रबंधक की मानें तो जब ट्रेन उंचेहरा पहुंची तो उन्हें यात्री के मौत की जानकारी दी गई।