Unlock 6.0: दिल्ली में क्यों बंद रहेंगे स्कूल, शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने दिया यह जवाब इस दौरान गृह मंत्रालय (एमएचए) ने कहा कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस रोग (कोविड-19) के एक्टिव केस में बढ़ोतरी की प्रमुख वजह त्योहारी सीजन और लोगों द्वारा कोविड-19 से बचाव के लिए सुरक्षित व्यवहार का पालन करने में की गई ढिलाई है।
मंत्रालय द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, “हाल ही में एक्टिव केस की संख्या में वृद्धि के लिए त्योहारी मौसम को जिम्मेदार ठहराया गया था, जिसमें लोगों की आवाजाही बढ़ी, इसके साथ ही कोविड-19 के सुरक्षित व्यवहार के बुनियादी सिद्धांतों का पालन करने में ढिलाई बरतना है।”
गृह मंत्रालय ने आगे कहा कि 15,789 डेडिकेटेड कोविड-19 बेड में से 57 फीसदी बेड खाली होने के साथ राजधानी दिल्ली में अस्पताल के बेड के हालात सामान्य हैं। मंत्रालय ने यह भी कहा कि सरकार रेस्तरां, बाजार और सैलून जैसे संवेदनशील क्षेत्रों में टार्गेटेड आरटी-पीसीआर टेस्टिंग जैसे प्रयासों पर ध्यान केंद्रित करेगी।
यह बयान स्वास्थ्य मंत्रालय और अन्य विशेषज्ञों के साथ केंद्रीय गृह सचिव अजय भल्ला द्वारा आयोजित कोविड-19 की समीक्षा बैठक के बाद आया है। कोरोना वायरस बीमारी के प्रसार को रोकने के लिए रणनीति के हिस्से के रूप में बढ़ते तापमान और बढ़ते प्रदूषण पर चर्चा की गई।
क्यों दिल्ली में तेजी से बढ़ रहे हैं कोरोना वायरस के नए मामले? स्वास्थ्य मंत्री ने किया वजह का खुलासा बैठक में इस बात पर जोर दिया गया कि दिल्ली में मेट्रो यात्रा को मानक संचालन प्रक्रियाओं (एसओपी) के अनुसार सावधानीपूर्वक संचालित किया जाना चाहिए। दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य बुलेटिन के मुताबिक राष्ट्रीय राजधानी में रविवार को कोविड-19 और के 5,664 नए मामले दर्ज किए गए और 51 लोगों की मौत हो गई। जबकि राजधानी में पॉजिटिविटी दर 12.7 प्रतिशत है।
बुलेटिन में कहा गया है कि अब तक राजधानी दिल्ली में कोरोना वायरस के कुल 3,92,370 मामले सामने आ चुके हैं, जिनमें से 3,52,635 लोग ठीक हो चुके हैं। रविवार को की गईं कुल 44,623 टेस्टिंग के साथ पॉजिटिविटी की दर 12.7 प्रतिशत तक बढ़ गई, जिसे 8 अक्टूबर को समाप्त सप्ताह में औसत 5.3 फीसदी दर्ज किया गया था।