जम्मू—कश्मीर: लॉकडाउन में नहीं मिली सरकारी मदद तो मसीहा बने आम लोग, ऐसे कर रहे मदद
सीमा सड़क संगठन ( BRO) के एक अधिकारी ने बताया कि मनाली और लेह के बीच यातायात फिर से शुरू किया गया है।
इस बार इसे काफी पहले खोल दिया गया है। उन्होंने कहा कि बरलाचा र्दे के करीब कुछ हिस्सों में बर्फ 30-35 फीट ऊंची थी, जिससे बर्फ साफ करने वालों को बड़ी चुनौती का सामना करना पडा।
पूरे 475 किलोमीटर लंबे हिस्से को दुरुस्त करने का काम हुआ है। यह हिमाचल प्रदेश के पर्यटन शहर को जम्मू-कश्मीर के लेह से जोड़ता है।
मनाली-लेह राजमार्ग रोहतांग र्दे (13,050 फीट), बरलाचा दर्रा (16,020 फीट), लाचलुंगला दर्रा (16,620 फीट) और तंगंगलंग (17,480 फीट) से होकर गुजरता है।
बीआरओ देश में रणनीतिक राजमार्गों को मेंटेन करता है।
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बीआरओ का ‘प्रोजेक्ट दीपक’ 222 किलोमीटर के सरचू-मनाली राजमार्ग पर बर्फ को साफ करने के लिए जिम्मेदार है, जबकि ‘प्रोजेक्ट हिमांक’ 253 किलोमीटर के लेह-सरचू राजमार्ग की देखभाल करता है।
पर्वतारोहण बाइकिंग, रॉक क्लाइम्बिंग और जंगल ट्रेकिंग जैसी साहसिक गतिविधियों के लिए हिमालय के इन रमणीय इलाकों में बैकपैकर्स, विशेष रूप से विदेशियों की संख्या बढ़ रही है।