पाबंदियां कड़ी कर दी मुंबई में 14 तारीख की रात से लॉकडाउन जैसी पाबंदियां लगाई गईं हैं। जिसके बाद से कोरोना वायरस के नए मामलों में तो गिरावट देखी गई है। मगर मौत की संख्या लगातार बढ़ रही है। अगर पाबंदियां नहीं लगाई होतीं तो मौतों का आंकड़ा और भी बढ़ सकता था। इसे देखते हुए महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने गुरुवार से और भी पाबंदियां कड़ी कर दी हैं। राज्य में अब आवश्यक वस्तु की दुकानों भी सिर्फ चार घंटे ही खुली रहेंगी।
माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने को कहा सरकार ने फैसला लिया है कि 1 मई तक पूरे महाराष्ट्र में धारा 144 लागू रहेगी। मुंबई के सारे धर्मस्थल बंद कर दिए गए हैं ताकि कोरोना की कड़ी तोड़ी जा सके। बीएमसी के अनुसार 5 अप्रैल को म्यूनिसिपल कमिश्नर आईएस चहल ने नया एसओएस जारी किया है। इसमें बहुमंजिली इमारतों को 5 या इससे ज्यादा मामले पाए जाने पर माइक्रो कंटेनमेंट जोन बनाने को कहा है। आदेश पर अमल करते हुए 273 अंधेरी, जागेश्वरी में इमारते सील कर दी गई हैं। 247 मालाबार हिल, ग्रांट रोड में इमारातों को सील कर दिया गया है। वहीं 147 परेल के इलाके में इमारतें सील करी गई हैं। इनमें बहुमंजिली इमारतें सबसे अधिक हैं। इस फैसले के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि कोरोना की कड़ी टूटेगी।
कोरोना से मृत्युदर 1.55 प्रतिशत कोरोना वायरस का कहर देश के कई शहरों में जारी है, मगर महाराष्ट्र सबसे अधिक प्रभावित राज्य बना हुआ है। यहां पर हर रोज कोरोना के मामले रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। पूरे महाराष्ट्र की बात करें तो यहां बीते 24 घंटे में कोरोना वायरस के 62,097 नए मामले मिले हैं। संक्रमण के कारण 519 लोगों की मौत हुई है। राज्य में कोरोना से मृत्युदर 1.55 प्रतिशत है। इस समय सूबे में 38,76,998 लोग होम क्वारंटीन हैं। वहीं 27,690 लोग इंस्टीट्यूशनल क्वारंटीन में हैं। इस समय राज्य में सक्रिय मामलों की संख्या 6,83,856 तक पहुंच चुकी है।