जनरल सिंह ने कहा , ‘कुछ दिनों पहले डीजीएमओ ने एक आरटीआई के जवाब में कहा था कि पहली सर्जिकल स्ट्राइक 16 सितंबर को हुई थी। मैं यह नहीं कहना चाहता कि राजनीतिक दल क्या कहते हैं, उन्हें सरकार की ओर से जवाब दिया जाएगा। लेकिन मैंने आपको जो कहा है वो तथ्य है।’
दरअसल हाल में ये खबर आई थी कि जम्मू स्थित एक कार्यकर्ता की ओर से दायर की गई आरटीआई के जवाब में रक्षा मंत्रालय की ओर से कहा गया था कि उन्हें 2016 से पहले भारतीय सेना की ओर से किे गए किसी भी सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में जानकारी नहीं है। यानी 2016 में हुई सर्जिकल स्ट्राइक ही पहली सर्जिकल स्ट्राइक थी।
यही नहीं कांग्रेस लगातार ये दावा करती आई है कि यूपीए के कार्यकाल के दौरान 6 सर्जिकल स्ट्राइक की गईं। हालांकि उन्होंने ये भी दावा किया कि इन सर्जिकल स्ट्राइक को कभी वोट मांगने के लिए इस्तेमाल नहीं किया गया। बहरहाल ले.जनरल रणबीर सिंह के बयान ने एक बार फिर सर्जिकल स्ट्राइक पर चल रही बहस को हवा जरूर दे दी है।