दोनों सेनाओं ने समुद्र में क्या उतारा
फ्रांसीसी परमाणु ऊर्जा संपन्न विमान वाहक पोत चार्ल्स डी गॉल और फ्रांसीसी नौसेना के जहाज प्रोवेंस, ला टूचे ट्रेविले, फोरबिन और टैंकर मार्ने एक पनडुब्बी के साथ भारतीय नौसैनिक जहाजों आईएनएस चेन्नई, आईएनएस मुंबई, आईएनएस तरकश, टैंकर आईएनएस दीपक और एक पनडुब्बी के साथ अंतर संचालन अभ्यास करेंगे।
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मजबूत होंगी दोनों सेनाएं
भारतीय वायुसेना की ओर से जारी बयान में कहा गया कि दोनों नौसेनाएं व्यापक उन्नति के लिए अंतर-संचालन को आगे बढ़ाएग। इससे दोनों सेनाओं की शक्तियां बढ़ेंगी और समुद्री सहयोग के लिए पेशेवर कौशल का इस्तेमाल करेंगी।
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1983 में हुआ पहला नौसैनिक अभ्यास
द्विपक्षीय नौसैनिक अभ्यास 1983 में शुरू किया गया और इसे 2001 में वरुण नाम दिया गया, जो भारत-फ्रांस सामरिक साझेदारी का महत्वपूर्ण भाग है और इसका क्षेत्र व जटिलताएं समय के साथ बढ़ी हैं। इस अभ्यास का बंदरगाह चरण 6 मई को समाप्त हुआ, जबकि समुद्री चरण 10 मई को समाप्त होगा।