लद्दाख दौरे के दूसरे दिन राजनाथ सिंह ने जम्मू-कश्मीर ( Jammu-Kashmir ) की अग्रिम चौकिेयों का दौरा किया और पाकिस्तान ( Pakistan ) को चेतावनी दी। रविवार को रक्षा मंत्री ( Defence Minister ) के ऑफिस के आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो पोस्ट किया गया जिसमें रक्षा मंत्री लद्दाख में पैंगोंग त्सो के पास लुकुंग बेस कैंप में सैनिकों से बातचीत करते हुए दिख रहे हैं। वीडियो में देखा जा सकता है कि रक्षा मंत्री सैनिकों की बहादुरी की सराहना करते हुए उनसे हाथ मिला रहे हैं।
भारतीय रेल सेवा में निजीकरण की गति हुई तेज, 2023 से चलने लगेगी प्राइवेट ट्रेन देश को बहादुर सैनिकों पर गर्व है इसके अलावा राजनाथ सिंह ने कश्मीर घाटी में सैनिकों के साथ बातचीत की तस्वीर पोस्ट करते हुए ट्वीट कर बताया कि जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा ( Kupwara ) में एलओसी ( LOC ) के निकट एक अग्रिम चौकी का आज दौरा किया और वहां तैनात सैनिकों से बातचीत की। रक्षा मंत्री ने कहा कि हमें हर हालात में देश की रक्षा करने वाले इन बहादुर सैनिकों पर गर्व ( Proud of brave soldiers ) है।
रक्षा मंत्री ने केरन सेक्टर ( Keran Sector ) में अग्रिम चौकी का भी दौरा किया। रक्षा मंत्री के साथ प्रमुख रक्षा अध्यक्ष जनरल बिपिन रावत ( CDS Vipin Rawat ) और सेना प्रमुख जनरल एमएम नरवणे ( Army Chief MM Narawane ) नॉर्थ हिल चौकी पहुंचे जहां वरिष्ठ अधिकारियों ने सीमा पर हालात के संबंध में उन्हें जानकारी दी। उनके साथ उत्तरी कमान के वरिष्ठ अधिकारी भी थे।
Post Lockdown : मजदूरों ने पकड़ी शहरों की राह, निजी कंपनियां कर रहीं हैं अपने खर्च पर कामगारों को वापस लाने की पहल एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि रक्षा मंत्री और सेना के शीर्ष अधिकारियों का केरन सेक्टर का दौरा पाकिस्तान को स्पष्ट संदेश दिया कि भारत कश्मीर में समस्या खड़ी करने के उसके प्रयासों का समुचित जवाब देगा।
राजनाथ सिंह ( Rajnath Singh ) ने चौकी पर लगभग एक घंटा बिताया और इस दौरान वह सैनिकों से रूबरू हुए और उन्होंने प्रतिकूल मौसम और अन्य कठिन परिस्थितियों के बावजूद हर वक्त एलओसी ( Loc ) की चौकसी करने के लिए उनकी सराहना की। उन्होंने सेना के जवानों से कहा कि पूरे देश को आप सभी पर गर्व है।
पवित्र अमरनाथ गुफा के दर्शन का लाभ उठाया इस चौकी पर पहुंचने से पहले राजनाथ सिंह ने अमरनाथ ( Amarnath ) में पवित्र गुफा के दर्शन किए और पूजा अर्चना की। चौकी पर सेना के स्थानीय कमांडर ने सिंह को क्षेत्र की समग्र स्थिति से अवगत कराया। स्थानीय कमांडर ने रक्षा मंत्री को बताया कि कश्मीर घाटी में आतंकवादियों को घुसपैठ कराने संबंधी पाकिस्तानी सेना के मंसूबों को भारतीय सैनिक नाकाम कर रहे है।
बता दें कि 15 जून को गलवान घाटी ( Galwan Valley ) में चीनी पीएलए ( Chinese PLA ) के साथ हुई मुठभेड़ में भारत के 20 सैनिकों ने अपनी जान गंवाई थी। जबकि पीएलए के इससे दोगुने सैनिक मारे गए थे। हालांकि चीन ने अपने सैनिकों के लिए कोई आधिकारिक आंकड़ा जारी नहीं किया है।