एक अधिकारी और दो जवान शहीद जानकारी के मुताबिक, भारतीय सेना ( Indian Army ) का कहना है कि दोनों देशों की ओर से फायरिंग नहीं हुई है। बल्कि, भारतीय सेनाओं को Pangong Lake Tso ( पांगोंग झील ) के पास पीटा गया होगा और उनपर पत्थरों से हमला किया गया होगा। हालांकि, इस झड़प में चीन को कितना नुकसान हुआ है इसकी जनाकारी अभी नहीं मिल पाई है। बताया जा रहा है कि भारतीय सेना लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा ( LAC ) पर हुई झड़प की घटना पर दोपहर में बयान जारी कर सकती है। इधर, रक्षा मंत्री ( Defence Minister ) राजनाथ सिंह ( Rajnath Singh ) और विदेश मंत्री एस जयशंकर ( S Jaishankar ) ने इस हिंसक घटना को लेकर शीर्ष स्तरीय बैठक की है। इस बैठक में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ ( CDS ) जनरल बिपिन रावत ( General Bipin Rawat ) और तीनों सेना प्रमुख मौजूद थे। रिपोर्ट के मुताबिक, चीन के साथ सीमा पर उपजी स्थिति पर चर्चा की गई है।
चीन ने दी ये सफाई वहीं, इस पूरे मामले पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता झाओ लिजियन ( Chinese foreign ministry spokesman Zhao Lijian ) ने कहा कि भारतीय सैनिकों ने सोमवार को दो बार सीमा रेखा पार की। उन्होंने कहा कि भारतीय सेना ने चीनी कर्मियों को उकसाया और उनपर हमला किया। जिसके परिणामस्वरूप दोनों सेनाओं के बीच सीमाप झड़प हुई। वहीं, भारतीय सैनिकों के शहादत पर चीनी विदेश मंत्रालय ने कहा कि हम भारत से अपील करते हैं कि वह एकतरफा कार्रवाई न करे और ना ही कोई समस्या पैदा करें। गौरतलब है कि गालवान घाटी में 13 मई को पहली बार फेसऑफ़ को लेकर रिपोर्ट किया गया था। चीनी पीएलए ने गालवान नदी के करीब एक टेंट स्थापित किया था। कमांडिंग ऑफिसर, एक जूनियर कमीशंड ऑफिसर और एक सिपाही हिंसक झड़प में चीनी पक्ष द्वारा मारे गए थे, जिन्होंने गालवान घाटी छोड़ने से इनकार कर दिया था और भारतीय क्षेत्र के अंदर बैठे हैं।
दोनों देशों के बीच बढ़ सकता है तनाव यहां आपको बता दें कि 1975 के बाद पहली बार इस तरह की घटना सामने आई है। गलवान घाटी उन प्वाइंट्स में है, जहां चीनी सेना ने घुसपैठ की थी। इस मसले को लेकर दोनों देशों के बीच कई दौर की बातचीत हो चुकी है। जिसके बाद चीनी सेना पीछे हटने लगी थी और मामला शांत भी होने लगा था। लेकिन, इस हिंसक झड़प से दोनों देशों के बीच तनाव और बढ़ सकता है। गौरतलब है कि मई के शुरुआती दिनों से ही LAC पर चीन और भारत के बीच विवाद चल रहा है। चीनी सैनिकों ने भारतीय सैनिकों के साथ हाथापाई भी की थी। जिसके बाद से दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ गया था।