पद संभालते ही एक्शन में आए एम. नागेश्वर
सीबीआई में मचे घमासान के बीच एम नागेश्वर को तत्काल प्रभाव से सीबीआई के डायरेक्टर पद की जिम्मेदारी दी गई है। कार्यभार संभालते ही एम नागेश्वर ने सीबीआई के मुख्यालय पर छापेमारी की। ऑफिस के 10वें और 11वे फ्लोर को सील कर दिया गया है और जांच चल रही है। इसके साथ ही दो और अधिकारियों के खिलाफ एक्शन लिए जाने की खबर है। मनीष सिन्हा और एके शर्मा नाम के दो अधिकारियों को भी हटाया गया है। आपको बता कि प्रधानमंत्री मोदी के निर्देश पर ही सीबीआई के खिलाफ ये बड़ी कार्रवाई की गई है।
कौन हैं एम. नागेश्वर
एम. नागेश्वर राव मूल रूप से तेलंगाना के वारंगल जिले के रहने वाले हैं और 1986 बैच के ओडिशा कैडर से आईपीएस ऑफिसर रहे हैं। साल 1986 में आईपीएस में चुने जाने से पहले नागेश्वर राव ने ओस्मानिया विश्वविद्यालय से अपनी पढ़ाई पूरी की थी। यहां से उन्होंने रसायन विज्ञान में पोस्ट ग्रैजुएट की डिग्री हासिल की थी। इसके बाद उन्होंने आगे की पढ़ाई मद्रास आईआईटी से की थी। मद्रास आईआईटी से नागेश्वर राव ने पीएचडी की पढ़ाई की थी। इसके बाद उनका चयन आईपीएस में हुआ था।
राष्ट्रपति से पा चुके हैं सम्मान
एम नागेश्वर को तेज तर्रार पुलिस ऑफिसर के रूप में जाना जाता है। उन्हें अपने कार्यशैली को लेकर राष्ट्रपति पुरस्कार, स्पेशल ड्यूटी मेडल, सहित ओडिशा राज्यपाल मेडल से भी सम्मानित कि जा चुका है। नागेश्वर राव की शुरुआती तैनाती काफी दिलचस्प है। उन्हें 1989-90 में तालेचर में तैनात किया गया था, जिसे कोयला माफियाओं का गढ़ मानाजाता है। लेकिन यहां आने के बाद राव ने इस पूरे रैकेट को खत्म करने में अहम भूमिका निभाई थी।