DRDO के आकाश एयर डिफेंस मिसाइल सिस्टम को हासिल करने में जुटे इतने सारे देश पुलवामा हमले के बाद रक्षा मंत्रालय ने ऐसे वाहन की तलाश शुरू कर दी थी जिसका प्रयोग हर स्थिति में किया जा सके। चाहे फिर वह आतंक से प्रभावित क्षेत्र हो या उग्रवाद से रौंदा इलाका। नक्सल प्रभावित जंगल हो या फिर चीन और पाकिस्तान जैसे देश के दुश्मनों से मुकाबला। ऐसे में यह बख्तरबंद वाहन भारतीय सेना के हर पैमाने पर खरा उतरा है।
इसके लिए रक्षा मंत्रालय ने आपात खरीद प्रक्रिया के तहत भारत फोर्ज लिमिटेड को 177.95 करोड़ रुपए का ठेका दिया है ताकि वह कल्याणी एम4 सप्लाई कर सके। इन्हें सबसे पहले लद्दाख में तैनात करने की भी तैयारी की गई है।
ऐसा है बख्तरबंद कल्याणी एम4? ऐसे वाहन की जरूरत इसलिए पड़ी क्योंकि सबसे ज्यादा वाहन आधारित आइईडी और सड़क पर आइईडी के घटनाक्रम से भारतीय सेना को जम्मू-कश्मीर में जूझना पड़ रहा है। दो साल पहले हुए पुलवामा हमले में हम यह देख चुके हैं कि किस तरह से एक आत्मघाती ने सैन्यबल के काफिले को उड़ा दिया था।
चीन और पाक की नींद हुई हराम, रफाल फाइटर की नई खेप लगाएगी इनके नापाक मंसूबों पर विराम उस आतंकी हमले के बाद एक ऐसे बख्तरबंद वाहन की जरूरत महसूस हुई। जिस पर धमाकों को असर कम से कम हो। इतना ही नहीं इस दौरान वाहन की गति भी बेहतर हो और रखरखाव आसान हो। Kalyani M4 इसमें बेहतर बनकर उभरा और ऐसे में रक्षा मंत्रालय ने इसकी खरीद पर मोहर लगा दी।