हमले की जांच कर रही सेना: जनरल रावत
सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत ने कहा है कि जम्मू कश्मीर में हमारे कुछ सुरक्षाकर्मी हताहत हुए हैं। हाल के दिनों में हुए हमले स्नाइपर ने किए थे या नहीं अभी इसका पता लगाया जा रहा है। हमें अभी स्नाइपर का हथियार नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि स्नाइपर हमले के बारे में अभी कोई प्रमाण नहीं मिला है और कुछ कहना जल्दबाजी होगी।
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‘स्नाइपर हमले के ट्रेनिंग की खबर’
जनरल रावत ने कहा कि हमें खुफिया सूत्रों से इस तरह की रिपोर्ट मिल रही है कि कुछ लोगों को जवानों पर हमले की इसी तरह की ट्रेनिंग दी जा रही है। अगर वास्तव में ऐसा है तो यह बेहद चिंता की बात है। इससे पहले अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि सेना बदलाव के दौर से गुजर रही है। उन्होंने कहा कि हमें बदलती परिस्थितियों के अनुरूप ढ़लना होगा, वरना हम खत्म हो जाएंगे।
‘सेना से ऑपरेशन से घबराए आतंकी’
अपने घरवालों से मिलने जा रहे पुलिसकर्मी को घाटी में आतंकवादियों द्वारा घेर कर मारे जाने के बारे में पूछे जाने पर जनरल रावत ने कहा कि जब कोई निहत्थे व्यक्ति पर हथियार उठाता है तो समझ लो कि वह हताश है। सेना के लगातार ऑपरेशन से आतंकवादी हताश हैं और अपनी मौजूदगी दर्ज कराना चाहते हैं।
लगातार तीन हमलों से हुआ स्नाइपर अटैक का शक
बता दें कि रविवार को जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में आतंकियों ने सब-इंस्पेक्टर इम्तियाज अहमद मीर की हत्या कर दी। इम्तियाज पर ये हमला तब हुआ, जब वे छुट्टी लेकर वह अपनी निजी गाड़ी से अपने घरवालों से मिलने जा रहे थे। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक आतंकियों के निशाने पर इम्तियाज काफी दिनों से थे। मीर को चेतावनी भी मिली थी कि घर जाते वक्त उन पर हमला हो सकता है। साथियों से इस बात की जानकारी मिलने के बाद उन्होंने अपना हुलिया बदलते हुए अपनी दाढ़ी कटा ली थी, ताकि आतंकी उन्हें पहचान न पाएं। इससे पहले तीन जवानों के आतंकवादियों के हमले में मारे जाने पर संदेह जताया जा रहा है कि उन पर हमला स्नाइपर ने किया था।