नई दिल्ली।जम्मू-कश्मीर ( jammu kashmir ) को लेकर सोमवार को ऐतिहासिक फैसला आ गया। इस फैसले के बाद तमाम राजनीतिक दलों की और संगठनों की ओर से बयान आ रहे हैं। इसी कड़ी में आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ( RSS chief Mohan Bhagwat )ने भी अपनी राय रखी है। उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ( Modi govt ) के इस साहसपूर्ण फैसला का स्वगात है।
आपको बता दें कि गृहमंत्री अमित शाह ने सोमवार को राज्यसभा में जम्मू-कश्मीर को लेकर सरकार का संकल्प पत्र पेश किया। शाह ने कहा कि कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 ( Article 370 ) के प्रावधान हटा दिए गए हैं। अब इसके सभी खंड लागू नहीं होंगे।
370 हटने के बाद जम्मू-कश्मीर के फायदे-नुकसान को 10 बिंदुओं से समझें सरकार के फैसले के मुताबिक जम्मू-कश्मीर को अब पूर्ण राज्य का दर्जा नहीं मिलेगा। जम्मू-कश्मीर को केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया है। वहीं लद्दाख को भी जम्मू-कश्मीर से अलग कर इसे भी केंद्र शासित प्रदेश का दर्जा दिया गया है।
यह बोले भागवत मोदी सरकार के जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने और केंद्र शासित प्रदेश घोषित करने के फैसले का आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने स्वागत किया है। मोहन भागवत ने इसे साहसिक फैसला बताया है।उन्होंने कहा है कि मोदी सरकार ने अपने संकल्प पत्र में किए वायदों को निभाया है।
भारत का अभिन्न अंग बना जम्मू-कश्मीर अनुच्छेद-370 खत्म होते ही राजनीतिक हलकों में हंगामा मचा हुआ है। जहां कुछ राजनेता इसे एक देश-एक संविधान बता रहे हैं। वहीं ज्यादातर विपक्षी दल इसका विरोध कर रहे हैं।
जानकारों का भी मानना है कि अनुच्छेद-370 खत्म होने के बाद जम्मू-कश्मीर सही मायनों में भारत का अभिन्न अंग हो गया है।