ये नेता जम्मू एवं कश्मीर से आर्टिकल 370 ( Article 370 ) रद्द होने के बाद और दो केंद्रशासित प्रदेश बनने के बाद पांच अगस्त से नजरबंद थे।
सूत्रों के अनुसार, रिहा किए गए नेता नेशनल कॉन्फ्रेंस ( National Conference ) से हैं, जिनमें अब्दुल मजीद लारमी, गुलाम नबी भट्ट, मुहम्मद शाफी और मुहम्मद युसूफ भट्ट शामिल हैं।
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इन चार नेताओं की रिहाई के साथ नजरबंदी में रह रहे घाटी के नेताओं की संख्या 17 रह गई है। इनमें तीन मुख्यमंत्री फारुक अब्दुल्ला, ओमर अब्दुल्ला और महबुबा मुफ्ती शामिल हैं। फारुक अब्दुल्ला को उनके श्रीनगर स्थित गुपकर रोड स्थित आवास में ही नजरबंद किया गया है। ओमर अब्दुल्ला हरि निवास और महबुबा मुफ्ती को मौलाना आजाद रेजीडेंसी रोड स्थित सरकारी भवन में नजरबंद में रखा गया है। एमएनए हॉस्टेल से 16 जनवरी को पांच मुख्यधारा के नेताओं को रिहा किया गया था।
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आपको बता दें कि इससे पहले जम्मू एवं कश्मीर में दो विधायकों सहित मुख्यधारा के पांच और नेताओं को नजरबंदी से रिहा कर दिया गया था। इन पांच नेताओं में अब्दुल जब्बार, बशीर अहमद मीर, जहूर अहमद मीर, यासिर रेशी और गुलाम नबी शामिल हैं। इन्हें श्रीनगर के एमएलए हॉस्टल से रिहा किया गया।