जब फारूक अब्दुल्ला को घर से बाहर जाने रोका गया तो उन्होंने कहा कि मैं किसी राजनीतिक कार्यक्रम में नहीं बल्कि ईद की नमाज अदा करने के लिए दरगाह जाना चाहता हूं। हालांकि उनके इस अनुरोध पर भी उन्हें बाहर नहीं जाने दिया गया।
फारूक अब्दुल्ला को घर से बाहर ना निकलने देने पर नेशनल कॉन्फ्रेंस की भी गुस्सा फूटा है। नेशनल कांफ्रेंस के अन्य वरिष्ठ नेताओं ने प्रशासन के इस रवैये का कड़ा विरोध किया है।
नेताओं ने कहा कि नमाज पढ़ना हर मुस्लिम का मौलिक अधिकार है। प्रशासन ने इस मौलिक अधिकार देने का उल्लंघन किया है। उन्होंने कहा कि ईद- मिलाद-उन-नबी के शुभ अवसर पर प्रशासन की कार्रवाई ठीक नहीं है।
आपको बता दें कि इससे पहले गुरुवार को पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती को भी दोबारा हिरासत में लिया गया था। दरअसल पीडीपी और एनसी केंद्र सरकार के भूमि कानून का विरोध कर रहे हैं। केंद्र ने हाल में एक कानून को मंजूरी दी है, जिसके तहत अब देश का कोई भी नागरिक जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में जमीन खरीद सकता है।
इसी कानून को लेकर जम्मू-कश्मीर में स्थानीय दल विरोध कर रहे हैं।