दिल्ली हाई कोर्ट के चीफ जस्टिस की नई पहल, पेपरलेस हुआ कोर्टरुम
दरअसल, प्रधानमंत्री कार्यालय और केंद्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्रालय पश्चिम बंगाल के दुर्गापुर स्थित केंद्रीय यांत्रिकी अभियांत्रिकी अनुसंधान संस्थान के वैज्ञानिकों को ऐसा मॉब कंट्रोल व्हीकल ( Mob Control Vehicle ) बनाने का निर्देश दिया जो जवानों का सुरक्षा कवच बने।
बता दें कि अत्याधुनिक तकनीक से लैस इस वाहन को न भीड़ पलट सकेगी और न ही इसमें आग लगेगी। पथराव की स्थिति में वाहन में बैठे जवान घायल भी नहीं होंगे।
नौ माह से चल रहा है MCV पर काम
दुर्गापुर (सीएमईआरआइ) के वैज्ञानिकों मॉब कंट्रोल व्हीकल पर करीब नौ माह पहले से काम कर रहे हैं। जानकारी के मुताबिक सितंबर तक यह वाहन बनकर तैयार हो जाएगा, जिसके बाद इसे सेना को सौंप दिया जाएगा।
ये है खासियत
सेना का यह वाहन अभेद्य दुर्ग की तरह होगा। इसके अंदर लगे कैमरे के माध्यम से सेना के जवान उपद्रवियों को देख सकेंगे और उन पर कार्रवाई करेंगे। बता दें कि MCV ( Indian Army Powerfull MCV ) के अंदर उच्च क्षमता के वाइड एंगल कैमरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। ये कैमरें 170 डिग्री क्षेत्र तक की जानकारी देंगे।
MCV ( Indian Army Powerfull MCV ) को उच्च तकनीक के स्टील से बनाया जा रहा है। इस वाहन पर बस का असर नहीं होगा। इसके अलावा वाहन में लोहे की एक दीवार भी आगे लगाई गई है। जब भी उग्र भीड़ वाहन के पास आएगी तो दीवार उनके सामने आ जाएगी। इसके माध्यम से वाहन को आगे बढ़ाकर दीवार के माध्यम से भीड़ को धकेला जा सकेगा।