ये भी पढ़ें: NEP 2020: भविष्य की शिक्षा से तय होगा, हम कितना आगे जाएंगे – पीएम मोदी
बातचीत से राजनीतिक समझौता होना चाहिए
जयशंकर प्रसाद ने कहा कि हम इस मुद्दे पर बहुत स्पष्ट हैं कि अफगानिस्तान में बातचीत से राजनीतिक समझौता होना चाहिए। इस मामले में सैन्य समाधान नहीं हो सकता है। उन्होंने कहा कि अफगानिस्तान में बल का उपयोग कर आधिपत्य नहीं किया जा सकता है। जयशंकर ने कहा कि हम अंतरराष्ट्रीय समुदाय के साथ सुनिश्वित करने के लिए काम करेंगे। इससे अफगानिस्तान में गंभीरता के साथ राजनीतिक वार्ता कर समझौता हो सकता है। जयशंकर के अनुसार हम बल प्रयोग कर किसी भी परिणाम को कभी भी नहीं स्वीकारेंगे।
चीन-तालिबान के बीच हुई अहम बैठक
चीन के तालिबान को सहयोग देने के भाजपा सांसद स्वप्नदास गुप्ता के सवाल पर जयशंकर ने ये बातें कहीं। गौरतलब है कि मुख्य राजनीतिक वार्ताकार मुल्ला अब्दुल गनी बरादर के नेतृत्व में तालिबान का एक प्रतिनिधिमंडल बुधवार को चीनी विदेश मंत्री वांग यी से मिला। अमरीका से अफगानिस्तान के सैनिकों की वापसी के बाद से पहली बार दोनों पक्षों के बीच ऐसी उच्च स्तर की बातचीत हुई।
ये भी पढ़ें: कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं प्रशांत किशोर, राहुल गांधी ने मांगी पार्टी नेताओं की राय
अफगानिस्तान में तेजी से बढ़ रही हिंसक घटनाओं को लेकर भारत लगातार चिंता जाहिर करता रहा है। इसमें तालिबान के कई जिलों और प्रमुख जिलों की सीमाओं को हथिया लेने से जुड़ी घटनाएं भी शामिल हैं।