Manipur: मुश्किल में BJP Government, No confidence motion लाएगी Congress
आपको बता दें कि सामरिक रूप से अहम माने जा रहे इस पुलिस की वजह से चीन बुरी तरह से बौखलाया हुआ है। एक वजह यह भी है कि चीन ने पिछले महीनें एलएसी पर अचानक सैनिकों की संख्या बढ़ा दी। दरअसल, चीन को यह बात अच्छी तरह से मालूम है कि इस पुल ने भारत की स्थिति को मजबूत कर दिया है और अब भारत की पहुंच उसकी सीमा तक हो गई है। एक सीनियर आॅफिसर के अनुसार पुल गुरुवार को बनकर तैयार हो चुका है। इसके साथ ही भारत की ओर से चीन को यह साफ संकेत चला गया है कि सीमा पर हालात चाहे जैसे रहें, बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन अपना काम जारी रखेगा।
Nirmala Sitharaman की प्रेस कॉन्फ्रेंस, Migrant Workers के लिए गरीब कल्याण रोजगार योजना होगी शुरू
India-China dispute पर बोले Ladakh MP- अब Aksai Chin को वापस लेने का समय
श्योक और गलवान नदी के संगम से 3 किलोमीटर दूर यह पुल चार मेहराब वाला बनाया गया है। असल में पट्रोलिंग पॉइंट 14 से लगभग 2 किलोमीटर पहले पेट्रोलिंग पॉइंट 14 ही वही जगह है, जहां भारत और चीनी सैनिकों के बीच खूनी संघर्ष हुआ था। भारतीय सेना के मुताबिक दोनों सेनाओं के बीच हिंसा के बीच इस पुल का निर्माण कार्य जारी रखा गया है। वहीं, चीन श्योक नदी तक भारत के दावे को दरकिनार करना चाहता है।