ऐसा पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की अध्यक्षता करेगा। संयुक्त राष्ट्र में भारत के पूर्व स्थायी प्रतिनिध सैयद अकबरुद्दीन ने रविवार को ये जानकारी दी। उन्होंने बताया कि “आजादी के 75 साल में पहली बार है, जब हमारे राजनीतिक नेतृत्व ने UNSC के किसी कार्यक्रम की अध्यक्षता करने में दिलचस्पी दिखाई है। ये दिखाता है कि लीडरशिप अब फ्रंट से लीड करना चाहती है।”
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संयुक्त राष्ट्र में भारत के प्रतिनिधि टीएस तिरुमूर्ति (T.S. Tirumurti) ने जानकारी साझा करते हुए बताया है कि इस एक महीने के दरमियान भारत तीन हाई लेवल मीटिंग करने जा रहा है, जिसमें समुद्री सुरक्षा, शांति स्थापना और आतंकवाद का मुकाबला जैसे मुद्दों पर चर्चा होगी।
पीएम मोदी UNSC की करेंगे अध्यक्षता
आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में भारत UNSC की अध्यक्षता करेगा। ऐसा पहली बार है जब कोई भारतीय प्रधानमंत्री UNSC की 15 सदस्यीय निकाय की अध्यक्षता करेगा। सैयद अकबरुद्दीन ने बताया कि ”सुरक्षा परिषद में भारत का ये 8वां कार्यकाल है। नरेंद्र मोदी पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे, जो सुरक्षा परिषद की किसी मीटिंग की अध्यक्षता करेंगे। हालांकि, इससे पहले 1992 में तत्कालीन प्रधानमंत्री पीवी नरसिम्हा राव सुरक्षा परिषद की बैठक में जरूर शामिल हुए थे।” उन्होंने आगे बताया कि यह बैठक भले ही वर्चुअली आयोजित की जाएगी लेकिन, हमारे लिए एतिहासिक है।
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सैयद अकबरुद्दी के मुताबिक, पीएम मोदी 9 अगस्त को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की पहली बैठक की अध्यक्षता कर सकते हैं। प्रधानमंत्री के अलावा कई उच्च स्तरीय बैठकों की अध्यक्षता विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव हर्षवर्धन श्रृंगला सहित भारत के शीर्ष अधिकारी करेंगे।
भारत UNSC का अस्थायी सदस्य
आपको बता दें कि भारत UNSC का अस्थायी सदस्य है। अस्थायी सदस्य के तौर पर भारत का दो साल का कार्यकाल एक जनवरी 2021 को शुरू हुआ था। UNSC के अस्थायी सदस्य के तौर पर 2021-22 कार्यकाल के लिए यह भारत की पहली अध्यक्षता होगी। इसके बाद भारत अगले साल के आखिर यानी दिसंबर में फिर से UNSC की अध्यक्षता करेगा।
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मालूम हो कि UNSC में 15 देश शामिल हैं, जिसमें 5 स्थायी और 10 अस्थायी सदस्य होते हैं। स्थायी सदस्य देशों में चीन, फ्रांस, रूस, ब्रिटेन और अमरीका शामिल है। जबकि भारत इसका अस्थायी सदस्य देश है। अस्थायी सदस्य देशों के लिए हर दो साल में चुनाव होता है। हालांकि, बदलते वैश्विक परिदृश्य को देखते हुए भारत लगातार स्थायी सदस्यता के लिए आवाज उठा रहा है। भारत हर मंच से अपनी बात कह रहा है कि UNSC में संगठनात्मक तौर पर बदलाव होना चाहिए और स्थायी सदस्यों की संख्या बढ़ाई जानी चाहिए। भारत के दावे का कई देशों ने समर्थन भी किया है।
उज्बेकिस्तान नें UNSC में भारत की स्थायी सदस्यता का समर्थन किया है। भारत में उज़्बेकिस्तान के राजदूत दिलशोद अखतोव ने कहा कि भारत संयुक्त राष्ट्र के सबसे बड़े सदस्यों में से एक है और एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। अगले दो वर्षों के लिए इसकी स्थायी सदस्यता एक महत्वपूर्ण घटना है। उज्बेकिस्तान परिषद में स्थायी सदस्यता प्राप्त करने के लिए भारतीय उम्मीदवारी का समर्थन करता है।