लगातार बढ़ रहा है मौत का आंकड़ा बीते 23 दिनों से होने वाली मौत का आंकड़ा देखा जाए तो रोजाना इससे मरने वाले मरीजों की औसत संख्या 109 तक पहुंच चुकी है। वहीं बीते साल मार्च के माह में औसत आंकड़ा केवल चार था। दिल्ली में तीन सप्ताह के अंदर अचानक मामले बढ़े। संक्रमण की दर 32 फीसदी तक पहुंच चुकी है। इसका मतलब टेस्ट कराने वाला हर तीसरा शख्स संक्रमित है। राजधानी के एलएनजेपी अस्पताल के सीनियर डॉक्टर के अनुसार इस बार जवान लोगों में कोरोना के गंभीर लक्षण सामने आ रहे हैं।
ऑक्सिजन की कमी से में मौत मरीजों की बढ़ती संख्या के बाद ही दिल्ली में ऑक्सीजन की कमी से मरीजों का हाल बुरा है। दिल्ली के दो बड़े अस्पतालों में 48 घंटे के अंदर 45 से अधिक मरीजों ने दम तोड़ दिया है। वहीं कई अस्पताल ऑक्सिजन की डिमांड कर रहे हैं। कई अस्पतालों ऑक्सीजन को लेकर मारामारी जारी है। यहां पर मरीजों के साथ डाॅक्टर भी परेशान हैं। ऑक्सीजन न होने के कारण मरीजों को एडमिट नहीं करा जा रहा है।
श्मशान घाट के बाहर लंबी लाइन दिल्ली के श्मशान घाट पर अंतिम संस्कार के लिए लोगों लंबी लाइन लगी है। दिल्ली में निगम बोध घाट और गीता कॉलोनी स्थित श्मशान घाट काफी भीड़ देखने को मिली। दिल्ली में शुक्रवार 500 से अधिक कोरोना संक्रमित शवों का अंतिम संस्कार किया गया। दिल्ली नगर निगम के एक अधिकारी के अनुसार शाम 6 बजे तक 539 कोरोना संक्रमित के शवों का अंतिम संस्कार किया। निगम बोध घाट ग्रीन पार्क और पंजाबी बाग में मौजूद श्मशान घाट पर देर रात शवों का अंतिम संस्कार हुआ।