सुप्रीम कोर्ट की वरिष्ठ वकील वृंदा ग्रोवर का कहना है कि पूरे मामले की स्वतंत्र रूप से न्यायिक जांच होनी चाहिए। महिला अपराध के नाम पर कोई भी पुलिस एनकाउंटर करना गलत है। इसे सही नहीं ठहराया जा सकता है।
चूंकि पुलिस वालों ने एक योजना के तहत सीन रिक्रिएट करने के नाम पर चारों आरोपियों का एनकाउंटर की घटना को अंजाम दिया। ऐसा करना पूरी तरह से अपराध है। इसलिए दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
क्या है पूरा मामला दरअसल, 27 नवंबर को चार दरिदों ने एक महिला पशु चिकित्सक दिशा के साथ गैंगरेप किया और उसे जलाकर मार डाला था। इस मामले में पुलिस ने 28 नवंबर को चारों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया था। हैदराबाद गैंगरेप मर्डर केस में चारों आरोपियों का शुक्रवार सुबह 3 से 6 बजे के बीच एनकाउंटर कर दिया गया है।
पुलिस का दावा है कि आरोपियों ने क्राइम सीन रिक्रिएट के दौरान हमला कर दिया और हथियार छीनकर भागने की कोशिश करने लगे। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों को मार गिराया।