हिजबुल मुजाहिदीन के आतंकी-संगठन का सबसे पुराने और शीर्ष कमांडरों में से एक मेहराजुद्दीन ( Mehrajuddin ) हलवाई उर्फ उबैद को सुरक्षा बलों ने ढेर कर दिया। कश्मीर के आईजीपी के मुताबिक यह आतंकवादी कई आतंकी वारदातों में शामिल था। सुरक्षा बलों के लिए इसे एक बड़ी सफलता बताया गया है।
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Darbhanga Blast Case: एनआईए की पूछताछ में चौंकाने वाले खुलासे, शामली से जुड़े साजिशकर्ताओं के तार घाटी में सेना की 32RR और CRPF की 92 BN की संयुक्त टीम इलाके में संयुक्त ऑपरेशन चला रही है। सुरक्षाबलों को इलाके में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी, जिसके बाद सुरक्षाबलों की संयुक्त टीम ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू किया।
आतंकियों को सर्च ऑपरेशन की जानकारी मिली तो उन्होंने जवानों पर गोलीबारी शुरू कर दी। जवाब में सेना के जवानों ने भी मुंहतोड़ जवाब दिया। इस एनकाउंटर के दौरान सुरक्षाबलों को एक बड़ी कामयाभी हाथ लगी है। आईजीपी कश्मीर के मुताबिक इस मुठभेड़ में हिजबुल मुजाहिदीन के सबसे पुराने और शीर्ष कमांडरों में से एक मेहराजुद्दीन हलवाई उर्फ उबैद को ढेर किया गया है।
यह भी पढ़ेँः Jammu Kashmir: पुलवामा में आतंकियों से मुठभेड़ में एक जवान शहीद, एक आतंकी भी मारा गया लश्कर के टॉप कमांडर को भी किया ढेरहाल में सेना के जवानों ने एनकाउंटर में लश्कर के टॉप कमांडर को मुठभेड़ में मार गिराया था। श्रीनगर में पारिमपोरा इलाके में सुरक्षाबलों ने मुठभेड़ में दो आतंकियों को ढेर कर दिया था। इसमें से एक पाकिस्तानी नागरिक था जबकि दूसरा लश्कर का टॉप कमांडर नदीम अबरार शामिल था। इसे भी सेना की बड़ी कामयाबी के तौर पर देखा गया था।
बता दें कि एक दिन पहले ही जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के डोडा जिले में पुलिस लाइन के करीब ग्रेनेड से हमला हुआ। ग्रेनेड हमले में एक जवान घायल हो गया, जिसे अस्पताल में भर्ती करा दिया गया।
ड्रोन हमले के बाद तेज हुआ सर्च ऑपरेशन
जम्मू एयरफोर्स स्टेशन पर हुए ड्रोन हमले के बाद सही घाटी में आतंकियों के खिलाफ चल रहा सर्च ऑपरेशन ने और रफ्तार पकड़ी है। श्रीनगर, राजौरी और कठुआ में पहले से ही ऐसी वस्तुओं के इस्तेमाल पर पाबंदी लगा दी गई है।
बारामूला में ड्रोन कैमरा या ऐसी चीजें रखने वाले लोगों को उन्हें स्थानीय थाने में जमा कराने को कहा गया है।