दरअसल हिमचाल प्रदेश ( Himachal Pradesh ) में सरकार ने एक बड़ा फैसला लेते हुए बगैर कर्फ्यू पास के वाहनों की आवाजाही को मंजूरी दे दी है। प्रदेश में अब जिले के अंदर आवाजाही के लिए कर्फ्यू पास अनिवार्य नहीं है।
सरकार के रेल सेवा बहाल करने के फैसले को लेकर कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने दिया ऐसा रिएक्शन, जानें क्या है मामला हिमाचल प्रदेश सरकार ने प्रदेश के जिलों में अंदर की आवाजाही के लिए पास की अनिवार्यता को खत्म कर दिया है। हालांकि एक से दूसरे जिले में जाने के लिए कर्फ्यू पास अनिवार्य होगा। सीएम जयराम ठाकुर ( CM Jayram Thakru ) ने सोमवार को जिलों के डीसी और एसपी के साथ हुई बैठक में यह फैसला लिया।
सीएम जयराम ठाकुर ने कहा कि अब जिले के भीतर बिना कर्फ्यू पास आवाजाही की अनुमति होगी, जबकि एक से दूसरे जिले में जाने के लिए पास बनाना अनिवार्य होगा। बिना पास एक से दूसरे जिले में जाने की अनुमति नहीं दी जाएगी। बद्दी-बरोटीवाला-नालागढ़ में जाने की इजाजत नहीं होगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश के 68 हजार लोगों ने ई-पास के लिए आवेदन किया है। इनमें से बड़ी संख्या में लोग रेड जोन से आ रहे हैं। यही वजह है कि संस्थागत क्वारंटीन सुविधा की जरूरी हो गई है।
उन्होंने उपायुक्तों को निर्देश दिया कि वे ऐसे स्थानों की पहचान करें जहां सुविधाओं के साथ ऐसे लोगों को रखा जा सके। उन्होंने कहा कि इन संस्थानों की स्वच्छता को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।
लॉकडाउन के बीच जम्मू-कश्मीर को लेकर सुप्रीम कोर्ट का बड़ा फैसला, लगी याचिकाओं को किया खारिज सीएम के मुताबिक बंगलूरू से विशेष ट्रेन 13 मई को सुबह छह बजे ऊना पहुंचेगी और थिविम, मड़गांव और करमाली (गोवा) से एक और विशेष ट्रेन 15 मई को ऊना पहुंचेगी। उन्होंने डीसी ऊना को निर्देश दिया कि वे पूरी व्यवस्था करें।