सूचना मिलते ही प्रशासन और दमकल की गाड़ियां मौके पर पहुंची गईं। मलबे के नीचे दबे लोगों को निकालने के लिए रेस्क्यू ऑपरेशन चल रहा है। लोगों के मुताबिक इमारत करीब तीस वर्ष पुरानी है, इन दिनों इसके जीर्णोद्धार का काम किया जा रहा था।
पहले ही झुकी हुई थी इमारत
वड़ोदरा के बावामानपूरा इलाके में निर्माणाधीन इमारत के ढहने से इलाके में हंगामा मच गया। स्थानीय लोगों की मानें तो इमारत गिरने की आवाज इतनी तेज थी कि मानो ऐसा लगा जैसे कोई भूकंप आ गया हो।
स्थानीय लोगों के मुताबिक इमारत पहले ही एक ओर झुकी हुई थी। लोगों ने इसकी शिकायत भी की थी, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्रवाई नहीं की गई।
28 सितंबर की देर रात अचानक इमारत गिरने से उसके नीचे दबकर तीन मजदूरों की मौत हो गई। लोंगों के मुताबिक इमारत के मलबे में अभी भी छह लोगों के फंसे हो सकते हैं।
इमारत के गिरते ही हर तरफ चीख पुकार का माहौल बन गया। हादसे की जानकारी मिलते ही प्रशासन और रेस्क्यू टीम पर मौके पर पहुंची। रेस्क्यू टीम ने तुरंत इमारत के मलबे में दबे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया। हादसे की कुछ तस्वीरें भी सामने आई हैं।
इन तस्वीरों में आप देख सकते हैं किस तरह बड़ी निर्माणाधीन इमारत के गिरने के बाद दबे हुए लोगों को निकालने का काम किया जा रहा है। एक महीने पहले भी हुआ था हादसा
गुजरात के ही अहमदाबाद शहर में एक महीने पहले इसी तरह का एक हादसा हुआ था। यहां पर एक व्यवसायिक भवन के गिरने से अफरा तफरी मच गई थी। इस हादसे में एक शख्स की मौत हो गई थी।
भवन गिरने के दौरान इसके मलबे में तीन लोगों के दबने की सूचना मिली थी, हालांकि रेस्क्यू टीम ने दो अन्य लोगों को तो बाहर निकाल लिया, लेकिन एक शख्स की इमारत के नीचे दबने से मौत हो गई थी।