बृहन्मुंबई नगर निगम (BMC) एवं महाराष्ट्र के स्वास्थ्य विभाग ने कोविड संक्रमित कुछ मरीजों पर एक जीनोम सीक्वेंसिंग टेस्ट किया था। इस टेस्ट में सात मरीजों को डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित पाया गया। मृतक महिला भी उनमें से एक थी। बाद में बीएमसी अधिकारियों ने जब बात की तो संक्रमित महिला के परिवार ने बताया कि उक्त महिला की 27 जुलाई को ही मृत्यु हो गई थी। उसके संपर्क में आने वाले दो अन्य लोग भी डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं।
बताया जा रहा है कि महिला इंटरस्टिशियल लंग और ऑब्सट्रक्टिव एयरवे की बीमारियों से पीड़ित थी, तथा घर पर ही उसका इलाज कर उसे ऑक्सीजन दी जा रही थी। हालांकि उसने वैक्सीन की दोनों डोज भी ले ली थी फिर भी वह कोरोना संक्रमित हो गई। हालत गंभीर होने पर उसे एक हॉस्पिटल ले जाया गया जहां इलाज के दौरान उसकी मृत्यु हो गई।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार फिलहाल राज्य में कोरोना के डेल्टा प्लस वेरिएंट से संक्रमित कुल 65 मरीजों में से 32 पुरुष हैं। 18 वर्ष से कम उम्र के सात बच्चे तथा साठ वर्ष से अधिक आयु वर्ग में आठ मरीज भी इस वेरिएंट से संक्रमित पाए गए हैं। डेल्टा प्लस के बढ़ते संक्रमण के बीच सरकार ने किसी भी संभावित परिस्थिति से निपटने के लिए हरसंभव तैयारियां कर ली हैं।