कोरोना की तीसरी लहर से लड़ने के लिए रोज चाहिए एक करोड़ टीके
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गंभीर मरीजों को हॉस्पिटल प्रशासन ने सफदरजंग शिफ्ट करना शुरू कर दिया है। जो मरीज वेंटीलेटर पर थे, उन्हें दूसरी जगह शिफ्ट किया गया, शेष मरीजों को इलाज वहीं पर अन्य स्थान पर डॉक्टर कर रहे हैं।कोरोना पर वैक्सीन बेअसर! टीकों के बाद भी संक्रमित हुए लोग, एक की इलाज के दौरान मौत
दिल्ली के फायर ब्रिगेड विभाग ने बताया कि आग AIIMS के इमरजेंसी वार्ड में बने स्टोर रूम में लगी थी। घटना आज सुबह पांच बजे हुई। आग पर जल्दी ही काबू पा लिया और किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं है।दोनों डोज लगवा चुके लोगों में कितना है कोरोना का खतरा, जानिए क्या कहती है ICMR की रिपोर्ट
पहले भी लग चुकी है AIIMS में आगऐसा नहीं है कि ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (AIIMS) जैसे प्रतिष्ठित संस्थान में पहली बार आग लगी है, इससे पहले भी हाल ही में 17 जून को एम्स हॉस्पिटल की नौवीं मंजिल पर आग लग गई थी। उस समय फायर ब्रिगेड की 20 दमकलों ने आग पर काबू पाने का प्रयास करते हुए आग को सफलतापूर्वक बुझा दिया था। एम्स दिल्ली में 17 जून को जहां आग लगी थी वहां पर कोविड-19 के सैंपलिंग लिए जा रहे थे। उस समय भी किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ था।