सेंटर ने बताया कि इसका केंद्र पोर्ट ब्लेयर के दक्षिण-पूर्व में 143 किमी पर था। बताया गया है कि भूकंप के झटके दोपहर को 12 बजकर 30 मिनट पर महसूस किए गए। अभी तक किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की खबर नहीं मिली है।
भूकंप से कांपी घाटी शनिवार 7 नवंबर को ही जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में भूकंप के झटके महसूस किए गए हैं। रिक्टर स्केल पर भूकंप की तीव्रता 4.1 मापी गई है। पहलगाम में सुबह 4 बजकर 29 मिनट पर तेज भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।
नवंबर का महीना शुरू होते ही घाटी के तापमान में लगातार गिरावट महूसस की जा रही है, इस बीच सुबह-सुबह आए भूंकप के झटकों ने लोगों की नींद उड़ा दी। हालांकि किसी भी तरह के जान-माल के नुकसान की कोई खबर नहीं है।
आपको बता दें कि एक दिन पहले ही हिमाचल प्रदेश में भूकंप के झटके महसूस किए थे। चंबा में आए भूकंप के झटके की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर मापी गई 2.9 मापी गई थी। आपको बता दें कि अकेले हिमाचल प्रदेश में ही पिछले 6 महीने में कई बार भूकंप के जटके महसूस किए जा चुके हैं। सबसे ज्यादा भूकंप के झटकों से चंबा की धरती कांपी है।
इससे पहले 24 अक्टूबर को भी हिमाचल प्रदेश में भूकंप आया था । वहीं इससे पहले अंडमान निकोबार में 19 अक्टूबर को भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे। इस दौरान भूंकप की तीव्रता 5.1 मापी गई थी। इसी दिन लद्दाख में भी भूकंप के झटके महसूस किए गए थे।