भारतीय मौसम विभाग ( IMD Forecast ) के क्षेत्रीय मौसम भविष्यवाणी केंद्र के प्रमुख कुलदीप श्रीवास्तव के मुताबिक शनिवार को दिल्ली का अधिकतम तापमान 39.4 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया है। यह गतिविधियां घटती जा रही हैं और अब संभवता 18 जून को फुहारों का अगला चरण देखने को मिलेगा। शनिवार और शुक्रवार को दिल्ली में हुई हल्की बारिश कई वजहों के चलते हुई। दिल्ली और हरियाणा में एक चक्रवाती प्रसार और निम्न दबाव की एक सीमा है, जो पंजाब से ओडिशा तक फैली हुई है। नमी वाली पूर्वी हवाएं हैं।
Delhi: आज अमित शाह करेंगे एलजी-सीएम के साथ चर्चा, गंगाराम अस्पताल में शुरू होगी टेस्टिंग उन्होंने कहा, “सोमवार से तापमान बढ़ने की संभावना है और यह 41 डिग्री पर पहुंच सकता है। अब हीटवेव की संभावना नहीं है और बारिश अगले सप्ताह के अंत तक वापस आ जाएगी। अगले कुछ दिनों तक तापमान 39 से 41 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहेगा।”
शनिवार को राजधानी में हल्की फुहारें पड़ीं और मौसम खुशनुमा हो गया था। इस दौरान पालम में 0.2 मिलीमीटर, लोधी रोड पर 3.6 मिमी और आयानगर में 0.4 मिमी बारिश दर्ज की गई। ह्यूमिडिटी का स्तर बीते 24 घंटों के दौरान 54 से 71 फीसदी के बीच दर्ज किया गया। दिल्ली में वायु की गुणवत्ता मध्यम स्तर पर रही और सीपीसीबी के मुताबिक AQI 123 रिकॉर्ड किया गया।
सिस्टम ऑफ एयर क्वॉलिटी एंड वेदर फोरकास्टिंग एंड रिसर्च ( SAFAR ) के मुताबिक शनिवार के बाद रविवाव को संभावित बारिश वायु गुणवत्ता को मध्यम या संतोषजनक स्तर पर ला सकती है। मौसम विभाग के मुताबिक रविवार को 30-40 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार वाली हवाओं के साथ बूंदाबांदी हो सकती है। इस दौरान राजधानी का अधिकतम तापमान 39 डिग्री तक रहने की संभावना है।
मानसून सही समय पर मौसम विभाग के वैज्ञानिकों ने उम्मीद जताई है कि दिल्ली में मानसून अपने निर्धारित समय 27 जून के आसपास आ जाएगा क्योंकि यह पहले ही बिहार के कुछ हिस्सों में पहुँच चुका है और एक दिन में पश्चिम में गुजरात में पहुंचने की संभावना है। श्रीवास्तव के मुताबिक, “मानसून के पूर्वी और पश्चिमी यूपी को पार करने के बाद 27 जून के आसपास दिल्ली पहुंचने की संभावना है।”
शनिवार को जारी आईएमडी के बुलेटिन के अनुसार, मानसून मध्य महाराष्ट्र, मराठवाड़ा और विदर्भ के अधिकांश हिस्सों, छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, ओडिशा और पश्चिम बंगाल के सभी हिस्सों और झारखंड और बिहार के अधिकांश हिस्सों में आगे बढ़ा है। मध्य अरब सागर के कुछ हिस्से, उत्तर अरब सागर के कुछ हिस्से, मुंबई सहित महाराष्ट्र के शेष हिस्से, छत्तीसगढ़, झारखंड और बिहार के कुछ और हिस्से और दक्षिण गुजरात के कुछ हिस्सों में रविवार तक मानसून के आगे बढ़ने के लिए परिस्थितियां अनुकूल हो रही हैं।
बिहार चुनाव में PM Modi के लिए चुनौती बन सकता है प्रवासी मजदूरों का असंतोष राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र की प्रमुख के सती देवी ने कहा, “बंगाल की खाड़ी के ऊपर विकसित कम दबाव प्रणाली के कारण मानसून मजबूत हुआ है। अगले सप्ताह तक यह मध्य भारत के कई हिस्सों को कवर करते हुए गुजरात में प्रवेश करेगा। इस प्रणाली ने मानसून को अपनी गति से आगे बढ़ने में मदद की है। यह कहना जल्दबाजी होगी कि मानसून 27 जून को अपनी सामान्य तिथि पर दिल्ली पहुंचेगा या नहीं।”