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बेकाबू हो सकती है स्थिति
कैट ने कहा कि शनिवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री केजरीवाल ने स्वयं इस बात को स्वीकार किया है की दिल्ली में बेड की कमी है और दवाइयां, ऑक्सीजन आदि की भी किल्लत है। सीएम का यही कहना पर्याप्त है की यदि जल्द कोई सख्त कदम नहीं उठाये गए तो स्तिथि के बेकाबू होने की सम्भावना है। दूसरी ओर कैट ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एवं गृह मंत्री अमित शाह से आग्रह किया है की दिल्ली सहित देश भर के जिन राज्यों में कोरोना तेजी से बढ़ रहा है उन सभी राज्यों में जिला स्तरों पर कोरोना से रोकथाम की पुख्ता योजना बनाई जाए।
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घर पर पहुंचाया जाएगा सामान
कैट के राष्ट्रीय महामंत्री प्रवीन खंडेलवाल ने यहां कहा कि प्रस्तावित लॉकडाउन में दिल्ली में रहने वाले लोगों को आवश्यक वस्तुओं की सप्लाई उनके घर तक पहुंचे इसके लिए दिल्ली के व्यापारिक संगठन पूरी तरह से तैयार हैं और हर संभव तरीके से सरकार की सहायता करने के लिए तत्पर हैं। उन्होंने उपराजयपाल से आग्रह किया कि यह समस्या केवल सरकार की नहीं है बल्कि दिल्ली के हर नागरिक की है और जरूरत इस बात की है की पीपीपी मॉडल के आधार पर सरकार और जिम्मेदार नागरिक मिलकर सामूहिक रूप से इस महामारी का मुकाबला करने के लिए तैयार हों।