यह औधोगिक क्षेत्र बना लोगों के लिए काल, इस कारण से जीना हुआ दुश्वार, लोग घर छोड़ने को मजबूर खतरनाक हुई हवा रविवार सुबह आठ बजे वायु की गुणवत्ता 2 स्थानों पर 400 से अधिक दर्ज हुई। एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) देहली इंस्टीट्यूट ऑफ टूल इंजिनियरिंग इलाके में
AQI 486 और बवाना में AQI 414 देखा गया। वहीं 13 स्थानों पर एयर क्वालिटी इंडेक्स (AQI) 300 से 400 के बीच रिकॉर्ड हुआ। मुंडका, झिलमिल समेत नौ जगह पर AQI 200 से 300 के बीच रहा।
वहीं शनिवार को दिल्ली एनसीआर में सुबह-सुबह धुंध की मोटी चादर तन गई। बढ़ी हुई ठंड का अहसास भी हुआ। बता दें कि दिसम्बर का महीना शुरू हो चुका है और आने वाले दिनों में ठंड में बढ़ोतरी हो जाएगी। इसके अलावा धुंध भी बढ़ेगी।
बता दें कि शुक्रवार को भी हवा की गुणवत्ता बेहद खराब रही। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) की तरफ से जारी हुई जानकारी के अनुसार, शुक्रवार को बागपत,आगरा, बुलंदशहर, दिल्ली, फरीदाबाद, गया, नोएडा, ग्रेटर नोएडा, हापुड़, हावड़ा, कानपुर, लखनऊ, मुजफ्फरनगर, वाराणसी और सिंगरौली की हवा की गुणवत्ता बेहद खराब स्तर पर दर्ज हुई। पटना, मुजफ्फरपुर, कोलकाता और गाजियाबाद में हवा गंभीर श्रेणी।
गौरतलब है कि सूचकांक शून्य से 50 तक होने पर हवा को ‘अच्छा’, 51 से 100 होने पर ’संतोषजनक’, 101 से 200 के बीच ‘सामान्य’, 201 से 300 से ‘खराब’, 301 से 400 तक ‘बहुत खराब’ और 401 से 500 के बीच को ‘गंभीर’ श्रेणी में रखा गया।