एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, इस संबंध में एक सर्कुलर भी जारी किया गया है। शिक्षा निदेशालय की तरफ से सभी सरकारी स्कूलों के शिक्षकों, प्रिंसिपल, वाइस प्रिंसिपल, हैप्पीनेस कोऑर्डिनेटर्स और शिक्षा अधिकारियों को आमंत्रित किया गया है। गौरतलब है कि शपथ ग्रहण समारोह रविवार को सुबह 10 बजे दिल्ली के रामलीला मैदान में होगा। जानकारी के मुताबिक, सर्कुलर पर ओएसडी रविंद्र कुमार के हस्ताक्षर हैं, जिसमें सभी स्कूलों के प्रिंसिपल को रामलीला मैदान में शामिल होने वाले 20 टीचर्स की सूची तैयार करने को कहा गया है।
वहीं, इस सर्कुलर पर बीजेपी और कांग्रेस ने आप पर हमला बोला है। दिल्ली बीजेपी के प्रवक्ता प्रवीण शंकर कपूर ने कहा कि आम आदमी पार्टी जो मुफ्त योजनाओं की घोषणा से चुनाव जीती है, उनके पास विधायक बहुत हैं, लेकिन पब्लिक सपोर्ट नहीं है। शपथ ग्रहण में लोगों के भाग न लेने के भय से, इसने 30 हजार शिक्षकों को अनिवार्य रूप से उपस्थित होने को कहा है। कांग्रेस ने भी इसे लेकर आप की खिंचाई की है। पार्टी के प्रवक्ता मुकेश शर्मा ने ट्वीट किया कि सरकारी आदेश में सरकारी स्कूल के टीचर्स से केजरीवाल के शपथ ग्रहण में शामिल होने कहा गया है। यह साफ है कि शपथ ग्रहण में भीड़ जुटाने के लिए शक्ति का दुरुपयोग हो रहा है। गौरतलब है कि शुक्रवार को अरविंद केजरीवाल ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को न्योता दिया है। हालांकि, पीएम मोदी शपथ ग्रहण समारोह में शामिल होंगे कि नहीं यह स्पष्ट नहीं हो सका है। गौरतलब है कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में आप ने 70 में से 62 सीटों पर जीत हासिल की है, जबकि बीजेपी के खाते में आठ सीटें गई है। वहीं, कांग्रेस खाता खोलने में भी कामयाब नहीं हो सकी।