दिल्ली के मुख्यमंत्री ने बताया कि उनकी कल केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ.हर्षवर्धन से बात हुई थी। उन्होंने बता कि मैंने उन्हें बताया कि हमें बेड और ऑक्सीजन की बहुत ज़्यादा जरूरत है। वहीं उनकी बात केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से बात हुई, मैंने उन्हें भी बताया कि बेड की बहुत जरूरत है। दिल्ली में केंद्र सरकार के अस्पतालों में 10,000 बेड हैं, उसमें 1800 बेड कोरोना के लिए आरक्षित हैं।
केजरीवाल ने कहा कि हमारा केंद्र सरकार से निवेदन है कि इतनी गंभीर परिस्थिति में कम से कम 7,000 बेड कोरोना के लिए आरक्षित किए जाएं और हमें तुरंत ऑक्सीजन की सप्लाई की जाए। दिल्ली सरकार अगले 2-3 दिन में 6,000 से ज़्यादा ऑक्सीजन बेड तैयार कर लेगी। आपको बता दें कि दिल्ली सरकार ने बीते कुछ दिनों से कोरोना को लेकर मीटिंग कर रही है। बीते दिनों में वीकेंड कफ्र्यू का भी ऐलान कर दिया था। जोकि सोमवार सुबह 6 बजे तक जारी रहेगा। जानकारों की मानें तो अगर हालात में सुधार नहीं होता है तो राजधानी में भी महाराष्ट्र की तरह एक पखवाड़े का लॉकडाउन लगाया जा सकता है।
दिल्ली में कोरोना के केस
उससे पहले उन्होंने कहा कि दिल्ली में पिछले 24 घंटे में कोरोना वायरस के लगभग साढ़े पच्चीस हज़ार केस आए हैं। चिंता की बात है कि पिछले 24 घंटे में पॉजिटिविटी रेट बढ़कर कऱीब 30 फीसदी हो गया है। मामले बहुत तेज़ी से बढ़ रहे हैं। उन्होंने बताया कि कोरोना के बेड बहुत तेज़ी से खत्म हो रहे हैं, आईसीयू बेड की काफी कमी हो गई है। पूरी दिल्ली में 100 से भी कम ढ्ढष्ट बेड बचे हैं। ऑक्सीजन की भी काफी कमी है। हम लगातार केंद्र सरकार के संपर्क में हैं और हमें केंद्र सरकार से मदद मिल रही है।