इसके साथ ही हेल्थ मिनिस्ट्री और आईसीएमआर की मोबाइल टेस्टिंग वैन को तैनात किया जाएगा। बैठक में केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन (Dr Harsh Vardhan), दिल्ली के उपराज्यपाल अनिल बैजल (Lieutenant Governor Anil Baijal) और सीएम अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) मौजूद रहे।
बैठक में अमित शाह ने कहा कि राजधानी में कोरोना के हल्के लक्षण वाले मरीजों के पर्याप्त इलाज के लिए कुछ एमसीडी हॉस्पिटल्स को कोरोना समर्पित हॉस्पिटल्स में परिवर्तित किया जाएगा। समीक्षा बैठक के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली में इस समय आईसीयू बेड सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है।
इस समस्या से निजात पाने के लिए आईसीयू बेड़ों की संख्या को बढ़ाया जाएगा। सीएम केजरीवाल ने कोरोना पर समीक्षा बैठक बुलाने के लिए केंद्र सरकार और गृहमंत्री अमित शाह को धन्यवाद भी दिया। केजरीवाल ने कहा कि आज समय की मांग है कि हम एक साथ मिलकर दिल्लीवासियों की जान बचाएं।
आपको बता दें कि राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में दिवाली के दिन कोरोना वायरस के 7,340 नए मामले सामने आए, जिसके बाद यहां कुल मामलों की संख्या 4,82,170 हो गई। इसी दौरान दिल्ली में 96 मौतें हुई, जिसके बाद राष्ट्रीय राजधानी में कुल मौतों का आंकड़ा 7,519 हो गया।
दिल्ली में अधिक से अधिक लोगों की जान बचने के लिए केंद्र सरकार दिल्ली को ऑक्सीजन सिलिंडर, सहित अन्य जरूरी स्वास्थ्य उपकरण उपलब्ध करवाएगी। सुरक्षा ही कोरोना का एक मात्र उपाय है, इसलिए लोगों को कोविड-19 बिहैवियर के बारे में बताने तथा लंबे समय में मेडिकल और स्वास्थ्य मानदंडों पर इससे पड़ने वाले नकारात्मक प्रभाव के बारे में जानकारी देने के लिए दिल्ली में ठोस संवाद कार्यनीति होनी चाहिए। इसके लिए भी निर्देश दिए गए।