उन्होंने अपने ट्विटर हैंडल पर लिखा, “जिंदगी भीख में नहीं मिलती, जिंदगी बढ़के छीनी जाती है। अपना हक संगदिल जमाने से छीन पाओ तो कोई बात बने।
सर झुकाने से कुछ नहीं होता, सर उठाओ तो कोई बात बने। हैशटैगहैप्पीइंटरनेशनलवीमेंसडे।”
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वहीं , अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस ( International Women’s Day ) पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ( President Ramnath Kovind ) ने रविवार को समाज के अलग-अलग क्षेत्रों की महिलाओं और संस्थानों को ‘नारी शक्ति सम्मान’ से सम्मानित किया।
इन महिलाओं को राष्ट्रपति भवन में हुए एक कार्यक्रम में यह पुरस्कार प्रदान किया गया। राष्ट्रपति ने 34 महिलाओं और संस्थानों को इस सम्मान से नवाजा।
इन महिलाओं में आईएनएसवी तारिणी पर सवार होकर दुनिया के सफर पर निकली नौसेना की छह महिला अधिकारी भी शामिल हैं।
इसके अलावा समाज सुधार, विज्ञान, व्यापार, खेल, मनोरंजन और कला जगत जैसे अलग-अलग क्षेत्रों से संबंध रखने वाली तमाम महिलाओं को सम्मानित किया गया।
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देश में दुष्कर्म की बढ़ती घटनाओं के विरोध में अतीत में मालीवाल ने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल किया था और उन्होंने मांग की थी कि दुष्कर्म के दोषियों को छह महीने के भीतर मौत की सजा दी जाए।
वहीं, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने रविवार को जिन महिलाओं को नारी शक्ति सम्मान से नवाजा, उसमें बिहार के मुंगेर जिले की 43 वर्षीय वीणा देवी भी शामिल हैं।
वीणा देवी नक्सल प्रभावित बेलहर प्रखंड क्षेत्र में परंपरागत कृषि के साथ-साथ मशरूम की व्यवसायिक खेती में भी हाथ आजमा रही हैं।