7 मई को सबसे ज्यादा 4,14,188 मामले आए थे सामने पहली लहर में 17 सितंबर को 97,894 मामलों की चोटी देखी गई थी। दूसरी लहर में, 4,14,188 मामलों की चोटी 7 मई को दर्ज की गई थी। 1 से 7 मई तक औसतन 3,89,803 मामले दर्ज किए गए थे। तब से कोरोना संक्रमित मरीजों की दैनिक संख्या में तेजी से गिरावट जारी है। 3 से 9 जुलाई के बीच प्रति दिन औसतन 42,100 नए मरीज सामने आए हैं।
50 फीसदी केस महाराष्ट्र और केरल से देश में 53 फीसदी मामले महाराष्ट्र और केरल से आ रहे हैं। महाराष्ट्र से 21 फीसदी और केरल से 32 फीसदी मामले सामने आए हैं। देश के 86 जिलों में रोजाना 100 से कम मामले हैं। 80 फीसदी नए मामले सामने आ रहे हैं। 90 जिलों से कोरोना महामारी के लिए ध्यान केंद्रित करने की आवश्यकता को दर्शाता है। 66 जिलों बीते सप्ताह के दौरान 10 प्रतिशत से अधिक कोरोना पॉजिटिविटी रेट दर्ज की गई है।
कोविड प्रोटोकॉल का पालन जरूरी दूसरी लहर को पूरी तरह से नियंत्रित करने के लिए कोरोना प्रोटोकॉल का पालन आवश्यक है। लव अग्रवाल ने ब्रीफिंग के दौरान उत्तराखंड के मसूरी के केम्प्टी फॉल्स का एक वीडियो चलाकर बताया कि कैसे लोगों की एक बड़ी भीड़ बिना मास्क के सोशल डिस्टेंसिंग प्रोटोकॉल की धज्जियां उड़ा रहे हैं। उन्होंने पूछा – क्या यह हमें संक्रमित करने के लिए वायरस को खुला निमंत्रण नहीं है? स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारी ने बताया कि अप्रैल में 8.99 करोड़ वैक्सीन डोज, मई में 6.10 करोड़ और जून में 11.97 करोड़ की खुराक दी गई है। औसतन 41.61 लाख वैक्सीन खुराक हर रोज दी जा रही हैं।
यूके, रूस और बांग्लादेश में मरीजों की संख्या में आई तेजी अधिकारियों ने इस बात की भी जानकारी दी है कि यूके, रूस और बांग्लादेश सहित कई देशों में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में वृद्धि देखी जा रही है। अन्य देशों में हम समग्र मामलों में वृद्धि देख रहे हैं। यूनाइटेड किंगडम में यूरो 2020 मैचों के दौरान, मामलों में अचानक वृद्धि देखी गई थी। दूसरी लहर के दौरान यूके में 59,000 मामले दर्ज किए गए थे। अब ब्रिटेन में औसतन 20,000 मामले प्रतिदिन सामने आ रहे हैं। रूस में तीसरी लहर जारी है। दूसरी लहर के दौरान वहां प्रतिदिन औसतन 28,000 मामले सामने आए थे। अब प्रतिदिन 23,000 मामले सामने आ रहे हैं। बांग्लादेश में दूसरी की तुलना में तीसरे लहर में कोरोना के मरीज ज्यादा सामने आ रहे हैं।