गुरुवार को देशभर में 9,304 नए मामले सामने आए। एक दिन में रिकॉर्ड 260 लोगों की मौत हुई। अब तक 2,17,965 मामले दर्ज किए जा चुके हैं। कई राज्यों में संक्रमण फैलने की दर बेकाबू है। महाराष्ट्र-दिल्ली और हरियाणा में तो राष्ट्रीय औसत से भी ज्यादा मरीज मिल रहे हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च ( ICMR ) की ओर से जारी ताजा आंकड़ों के मुताबिक बुधवार को 1,39,485 टेस्ट किए गए। इस हिसाब से देखें तो प्रति 100 टेस्ट पर 6.67 मरीज मिल रहे हैं। लेकिन महाराष्ट्र में यही आंकड़ा 16 से भी ज्यादा है। दिल्ली, तमिलनाडु, हरियाणा, गुजरात, त्रिपुरा और बिहार में भी इन दिनों राष्ट्रीय औसत से ज्यादा मरीज मिल रहे हैं।
प्रकाश जावड़ेकर ने हथिनी की मौत पर केरल सरकार से मांगी रिपोर्ट, रतन टाटा से मेनका गांधी तक ने हत्या माना, कहा – न्याय की जरूरत बिहार की स्थिति पहले ठीक थी लेकिन जब से प्रवासी मजदूर ( Migrant Laborers ) घर लौटे हैं तब से कोरोना मरीजों की संख्या में तेजी से बढ़ोतरी हुई है।
एमपी, पंजाब और राजस्थान में सुधार आंध्र प्रदेश, पंजाब, मध्य प्रदेश और राजस्थान में हालात में सुधार के संकेत मिले हैं। पहले इन राज्यों में कम टेस्ट पर ज्यादा मरीज मिल रहे थे लेकिन अब एक मरीज के लिए ज्यादा टेस्ट करना पड़ रहा है। यानी यहां टेस्टिंग और पॉजिटिव केस का अनुपात बढ़ता जा रहा है। सीधा मतलब है इन राज्यों में जरूरत के हिसाब से पर्याप्त टेस्टिंग हो रही है और उसमें लगातार सुधार हो रहा है।
तमिलनाडु, महाराष्ट्र, गुजरात और दिल्ली की हालत बदतर हुई है। यहां ज्यादा से ज्यादा टेस्टिंग किए जाने की जरूरत है।
World Environment Day 2020: इस बार कोरोना संकट के कारण खास है, जानिए कैसे? मौत के मामले में भारत इटली से पीछे अगर देशभर में कोरोना वायरस संक्रमण की दर यही रही तो 2 दिन बाद ही कोरोना का कहर झेल चुके इटली से भी आगे निकल जाएगा। worldometre वेबसाइट के आंकड़ों के मुताबिक इटली में गुरुवार दोपहर तक कुल 233,836 मामले थे जबकि भारत में 217,965 मामले। देश में रोजाना करीब नौ हजार केस सामने आ रहे हैं।
यही सिलसिला जारी रहा तो दो दिन बाद 2 लाख 35 हजार से ज्यादा केस होंगे। हालांकि मौत के मामले में भारत इटली से पीछे है। इतने ही संक्रमण के बाद वहां भारत से पांच गुना ज्यादा की मौत हुई है।