वहीं, विपक्ष सरकार पर कोरोना वायरस ( Coronavirus Outbreak ) की अधिक से अधिक टेस्टिंग कराने का दबाव बना रहा है। देश में हो रही कम टेस्टिंग को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gnadhi ) ने गुरुवार को मोदी सरकार ( Modi Goverment ) पर निशाना साधा।
राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना के हराने के लिए केवल लॉकडाउन से काम नहीं नहीं चल सकता। लॉकडाउन से कोरोना के खतरे को केवल स्थगित किया जा सकता है, खत्म नहीं।
जबकि कोरोना को खत्म करने के लिए अधिक से अधिक टेस्टिंग जरूरी है। वहीं, इंडियन काउंसिल फॉर मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कोरोना टेस्टिंग को लेकर बड़ा बयान दिया है।
बिहार: दूल्हा-दुल्हन ने किया लॉकडाउन का पालन, मास्क लगाकर लिए सात फेरे
ICMR के वैज्ञानिक रमन गंगाखेडकर के अनुसार कोरोना वायरस के एक पॉजिटव केस के लिए 24 लोगों का टेस्ट किया जा रहा है।
इसका मतलब यह है कि 23 लोगों की रिपोर्ट नेगेटिव आ रही है, बावजूद इसके टेस्टिंग प्रक्रिया जारी है। रमन गंगाखेडकर ने जानकारी देते हुए बताया कि जापान में कोरोना के एक पॉजिटिव केस के लिए 11.7 लोगों की टेस्टिंग हो रही है।
जबकि अमरीका में यह आंकड़ा 5.3 है। युनाइटेड किंगडम में भी कोरोना टेस्टिंग का यह औसत 3.4 है।
कोरोना से जंग में गाड़िया लोहार ने जानें क्या दिया योगदान? प्रधानमंत्री मोदी ने की तारीफ
दरअसल, रमन गंगाखेडकर गुरुवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर रहे थे। इस दौरान उन्होंने बताया कि एंटीबॉडी टेस्ट का इस्तेमाल हर क्षेत्र में नहीं किया जा सकता है, न ही इसका कोई फायदा है।
उन्होंने बताया कि भारत में अब तक 2 लाख 90 हजार से ज्यादा लोगों को कोरोना टेस्ट हो चुका है। इनमें से 30,043 टेस्ट तो केवल बुधवार को ही किए गए हैं।
उन्होंने यह भी बताया कि फिलहाल हमारे पास इतनी किट हैं कि 8 हफ्ते तक टेस्ट किया जा सकेंगे।
href="https://www.patrika.com/miscellenous-india/covid-19-corona-warriors-do-not-have-ppe-kit-6007087/" target="_blank" rel="noopener">कोविड-19: कोरोना योद्धाओं को नहीं मिल पा रहीं पीपीई किट, जोखिम में जान