COVID-19: कर्नाटक के स्वास्थ्य मंत्री का बड़ा बयान- बेंगलुरु बना कोरोना संक्रमण का केंद्र
सबसे ज्यादा प्रभाव मरीज के फेंफड़ों पर पड़ता है
दरअसल, कोरोना वायरस की चपेट में आने से सबसे ज्यादा प्रभाव मरीज के फेंफड़ों पर पड़ता है। जिसकी वजह से उसको सांस लेने में परेशानी का सामना करना पड़ता है। इसलिए घरों में भी आइसोलेट होने के चलते उनको पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर की जरूरत पड़ती है। आपके भी परिवार में अगर कोई कोरोना पॉजिटिव है और वह होम आइसोलेशन में है तो वह भी अपने लिए ऑनलाइन पोर्टेबल ऑक्सीजन सिलेंडर का ऑर्डर कर सकता है। हालांकि इसके लिए आपको पहले डॉक्टर की सलाह लेने की जरूरत होगी। इसका भी पता लगा लें कि कौन सा सिलेंडर पंप सबसे अच्छा है और इसका इस्तेमाल कैसे किया जाता है।
भारत में काल बना कोरोना, हर घंटे 10 हजार से ज्यादा केस, 60 लोगों की मौत
ऑक्सीजन की मात्रा कम
चूंकि पोर्टेबल होने की वजह से इसमें ऑक्सीजन की मात्रा कम ही होती है, इसलिए इसका इस्तेमाल तब ही किया जाना चाहिए, जब स्थिति ज्यादा गंभीर हो। ऑनलाइन पोर्टेबल सिलेंडर खरीदने के लिए आपको ई-कॉमर्स वेबसाइट पर जाना होगा, जहां आप अपनी जरूरत के हिसाब से ऑक्सीजन सिलेंडर बुक कर सकते हैं। अलग-अलग वेबसाइट पर आपको इसकी कीमत भी अलग-अलग मिल सकती है। किसी भी सिलेंडर को खरीदने से पहले उसका रिव्यू पढऩा जरूरी होता है। इसके साथ ही पोर्टेबल ऑक्सीज सिलेंडर को ऑफलाइन किसी फार्मेसी की दुकान से भी खरीदा जा सकता है।