यही नहीं इस नुकसान के कारण एविएशन सेक्टर ( Aviation sector ) में 29 लाख से ज्यादा लोगों की नौकरी जा सकती है।
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आपको बता दें कि 22 मार्च को जनता कर्फ्यू के बाद भारत 25 मार्च से पूरी तरह लॉकडाउन में है। लॉकडाउन की वजह से देश में अन्य गतिविधियों के साथ ही घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें भी पूरी तरह से बंद हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक अगर यात्री विमान सेवा तीन महीनें के लिए प्रतिबंधित रहती है तो साल 2019 के मुकाबले इस साल देश में हवाई यात्रा करने वाले लोगों की संख्या में 8.98 करोड़ की कमी आएगी।
यात्रियों की संख्या में यह गिरावट 47 प्रतिशत है। इसका सीधा असर विमान सेवा कंपनियों के बिजनेस पर पड़ेगा।
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रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि इन कंपनियों को 1,122.1 करोड़ डॉलर का नुकसान होगा, जिसकी वजह से 29,32,900 लोगों के सामने रोजी-रोटी का संकट खड़ा हो जाएगा।
यह रिपोर्ट एशिया-प्रशांत क्षेत्र के लिए जारी की गई है। रिपोर्ट में बताया गया है कि इस संकट में सबसे अधिक रोजगार में जाएगा।
जबकि इनकम के हिसाब से ज्यादा नुकसान जापान और ऑस्ट्रेलिया को होगा। जापान में एयरलाइंस की आय 2,200 करोड़ डॉलर और ऑस्ट्रेलिया में 1,400 करोड़ डॉलर तक नीचे गिर जाएगी।
IATA के उपाध्यक्ष कोनार्ड क्लिफोर्ड का तो यहां तक कहना है कि अगर सरकारों ने मदद नहीं की तो कई एयरलाइंस बंद हो सकती हैं।
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