गुरुवार को केंद्र सरकार और ICMR के उच्चाधिकारियों ने बताया कि देश में फिलहाल हालात स्थिर हैं। संक्रमण की दर अब तकरीबन सीधी (सपाट) है और यह कई गुना तेजी से बढ़कर ऊपर की ओर नहीं जा रही है। इस दौरान यह भी बताया गया कि COVID-19 की टेस्टिंग में भी बढ़ोतरी की गई है, हालांकि यह ज्यादा नहीं थी।
#Coronavirus: देश में नहीं थम रहा संक्रमण, कल से हर मिनट 1 से ज्यादा केस और हर घंटे 1 से ज्यादा की मौत वहीं, अधिकारियों ने एक अच्छी खबर यह भी दी कि टेस्टिंग में 24 गुणा बढ़ोतरी के बावजूद पॉजिटिव केसों की संख्या का प्रतिशत नहीं बढ़ रहा है। टेस्टिंग और पॉजिटिव केसों का अनुपात अभी भी तकरीबन वही बना हुआ है, जो एक माह पहले था।
बता दें कि बीते 25 मार्च से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा लागू 21 दिनों के देशभर के टोटल लॉकडाउन को बीते 15 अप्रैल से 3 मई तक के लिए बढ़ा दिया गया है। दावा किया जा रहा है कि लॉकडाउन के चलते देश में संक्रमण की दर पर काफी हद तक नियंत्रण रखने में सफलता मिली है।
ICMR के महानिदेशक डॉ. बलराम भार्गव ने इस दौरान कहा कि फिलहाल हालात स्थिर हैं और आप कह सकते हैं कि हम इसके ऊपर उठते ग्राफ को सपाट करने में सक्षम रहे हैं। हालांकि, यह कहना मुश्किल है कि क्या यह चरम पर पहुंचेगा। महामारी विज्ञान में किसी भी वक्त ग्राफ को सपाट करना (flattening the curve) का मतलब वायरस फैलने को धीमा करने का विचार होता है जिससे कम लोगों को इलाज की जरूरत हो।
पीएम मोदी ने LinkedIn पर कोरोना के दौर की हकीकत बताई और भविष्य के लिए दिए शानदार मंत्र वहीं, एंपॉवर्ड ग्रुप टू के चेयरमैन और पर्यावरण सचिव सीके मिश्रा ने कहा कि बीते 30 दिनों के लॉकडाउन में हम COVID-19 के प्रसार को रोकने, फैलाव कम करने और मामलों के दोगुने होने के दिनों को बढ़ाने में सक्षम रहे हैं। लगातार हम टेस्टिंग में तेजी लाने और अगर भविष्य में वायरस आगे फैलता है तो उस वक्त के लिए खुद को तैयार करने में जुटे हुए हैं।