जानकारी के अनुसार गुरुवार को केंद्रीकृत दुर्घटना और आघात सेवा (CAT Services) एंबुलेंस हॉस्पिटल में कुछ कोरोना संक्रमित मरीजों को लेकर आई थी।
तभी किसी बात पर मरीजों और डॉक्टरों के बीच हाथपाई हो गई।
गौरतलब है कि घटना से एक दिन पहले यानी बुधवार को ही सरकार ने कानून बनाकर डॉक्टरों व स्वास्थ्य कर्मियों के साथ बदसलूकी करने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही थी।
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डॉक्टरों का आरोप है कि गुरुवार को CATS एम्बुलेंस द्वारा कुछ कोरोना मरीजों को हॉस्पिटल लाया गया था।
इस दौरान जब स्टाफ ने उन्हें कुछ देर वेट करने को कहा तो मरीज बिगड़ गए और अपने मास्क उतारकर डॉक्टरों के पास जा पहुंचे।
इस पर डॉक्टरों ने मरीजों से सोशल डिस्टैंसिंग का पालन करने को कहा, लेकन वो नहीं मानें। इस बीच भड़के मरीजों ने डॉक्टरों ने डॉक्टरों के साथ धक्का-मुक्की कर दी।
हॉस्पिटल स्टॉफ ने इस घटना का वीडियो जारी किया है।
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बदलसूकी से नाराज डॉक्टरों ने कहा कि एक तरफ हम लोग जहां अपनी जान जोखिम में डालकर कोरोना जैसी घातक बीमारी से लड़ रहे हैं, वहीं इसके साथ ही हमकों इस तरह के लोगों से भी निपटना पड़ रहा है।
डॉक्टरों ने स्पष्ठ कहा कि ऐसे हालातों में काम नहीं किया जा सकता। यही नहीं उन्होंने देश भर में डॉक्टरों के साथ ही रहे अन्याय का भी जिक्र किया।
आपको बता दें कि सरकार ने डॉक्टरों और स्वास्थ्य कर्मियों के साथ हो रही वारदातों को गंभीरता से लिया है।
अब डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ से होने वाली बदसलूकी पर पांच साल तक की सजा हो सकती है। इसके साथ ही 50 हजार से अधिक तक का जुर्माना भरना पड़ सकता है।
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डॉक्टरों ने स्पष्ठ कहा कि ऐसे हालातों में काम नहीं किया जा सकता। यही नहीं उन्होंने देश भर में डॉक्टरों के साथ ही रहे अन्याय का भी जिक्र किया।
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