कोरोना वायरस: दिल्ली की मेट्रो व बसों में यात्रियों की संख्या को लेकर लिया ये फैसला कांग्रेस ने नहीं खड़े किए उम्मीदवार कांग्रेस पार्टी ने दोनों सीटों के लिए उम्मीदवारों को मैदान में नहीं उतारा था। निर्वाचन अधिकारी सीबी पांड्या ने सोमवार को अनवाडिया और मोकारिया के निर्विरोध निर्वाचित होने की घोषणा की।
नाम सोमवार को वापस लेने की आखिरी तारीख थी और भाजपा के दो ‘डमी’ उम्मीदवार रजनीकांत पटेल और किरीट सोलंकी ने शनिवार को अपने नामांकन वापस ले लिए थे।
182 सदस्यीय विधानसभा में कांग्रेस के पास 65 विधायक हैं और उसने जीत की संभावना के न के बराबर होने के कारण किसी भी उम्मीदवार को मैदान पर नहीं उतारने का फैसला किया था। जबकि सदन में सत्तारूढ़ भाजपा के 111 सदस्य हैं।
28 साल से कांग्रेस के पास सीट थी अहमद पटेल की सीट पर कांग्रेस को 1993 से कब्जा था। अहमद पटेल की कोरोना वायरस संबंधी जटिलताओं के कारण बीते वर्ष 25 नवंबर को मृत्यु हो गई थी। वह 1993 से उस सीट से सांसद थे। 28 वर्ष से अहमद पटेल लगातार इस सीट पर जीत हासिल कर रहे थे।
ऐसे में बीते चुनाव में अहमद पटेल को कड़ी चुनौती मिली थी। ऐसा लग रहा था कि पटेल चुनाव हार जाएंगे लेकिन रोमांचक रूप से अंत में वे एक वोट के अंतर से विजयी हुए थे। दूसरी सीट वर्ष 2019 में निर्वाचित हुए अभय भारद्वाज के देहांत बाद खाली हुई थी। वो पहली बार उच्च सदन के लिए चुने गए थे। कोरोना के कारण ही उनकी एक दिसंबर 2020 को मृत्यु हो गई थी।
राज्यसभा में और मजबूत हुई भाजपा गुजरात की दोनों राज्यसभा सीटें अपने नाम करने के बाद उच्च सदन में भारतीय जनता पार्टी मजबूत हुई है। इन दोनों सीटों को जीतने के बाद उच्च सदन में अकेले भाजपा के 94 सांसद हो गए हैं।