11 अक्टूबर, 1947 को आंध्र प्रदेश के सिकंदराबाद में जन्मे कैप्टन सतीश शर्मा एक पेशेवर वाणिज्यिक पायलट थे. वह तीन बार लोकसभा और तीन बार राज्यसभा के सदस्य रहे। कैप्टन सतीश शर्मा ने लोकसभा में रायबरेली और अमेठी का प्रतिनिधित्व किया।
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा सतीश शर्मा के निधन पर भावुक हो गईं। उन्होंने दुख जताते हुए कहा, ‘दिल से उदार, दोस्ती में दृढ़ और अंत तक वफादार… मैं आपको हमेशा याद करूंगी।’
कैप्टन सतीश शर्मा पेशे से पायलट थे, लिहाजा राजीव गांधी उन्हें अपने पायलट प्रोफेशन के दौर से ही जानते थे। वर्ष 1984 में पूर्व पीएम इंदिरा गांधी की हत्या के बाद राजीव गांधी देश के प्रधानमंत्री बने। ऐसे में राजीव गांधी को एक ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी जो उनके संसदीय क्षेत्र अमेठी को देख सके।
राजीव गांधी के पीएम रहते हुए उनके संसदीय क्षेत्र की सारी जिम्मेदारी कैप्टन सतीश शर्मा के कंधों पर ही रही। 80 के दशक के अंत तक कई कांग्रेस के दिग्गज नेता राजीव गांधी का साथ छोड़कर जाने लगे थे, लेकिन सतीश ने उनका साथ नहीं छोड़ा।
राजीव से प्रागढ़ रिश्तों के साथ ही राहुल गांधी के शुरुआती राजनीतिक करियर में भी सतीश का खास रोल रहा। राहुल जब पहली बार अमेठी से चुनाव लड़ रहे थे तो उनके चुनाव प्रचार की कमान भी कैप्टन सतीश ने ही संभाली थी।